नई दिल्ली. कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में पहली बार बोले। राहुल गांधी
ने किसानों की बदहाली के मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए एनडीए की सरकार को
'सूट-बूट वालों' की सरकार करार दिया। राहुल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री
खुद जाकर किसनों से बात क्यों नहीं करते।
राहुल ने क्या कहा?
कांग्रेस के उपाध्यक्ष ने एनडीए सरकार को 'अच्छे दिन' की सरकार करार
देते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर तंज कसा। राहुल गांधी ने कहा कि
गडकरी इस सरकार में ऐसे अकेले नेता हैं, जो दिल से बात करते हैं। राहुल
गांधी ने गडकरी के उस बयान का जिक्र किया जिसमें केंद्रीय मंत्री ने कहा था
कि किसानों की मदद न तो भगवान कर सकते हैं और न ही सरकार। राहुल ने कहा,
'मैं प्रधानमंत्री को एक छोटा-सा सुझाव देता हूं। देश के सबसे बड़े कृषि
एक्सपर्ट कहते हैं कि 14 राज्यों में 180, 000 हेक्टेयर खेतों पर किसान
संकट झेल रहा है। 40,00 करोड़ रुपए तक का नुकसान हुआ है। लेकिन
प्रधानमंत्री कहते हैं सिर्फ 106,000 हेक्टेयर खेती पर संकट है। अब कृषि
मंत्रालय कह रहा है कि प्रधानमंत्री 80,000 हेक्टेयर पर खेती बर्बाद हुई
है।' राहुल ने कहा, 'प्रधानमंत्री खुद जाकर किसानों की हालत क्यों नहीं
देखते। किसान खाद के लिए लाठियां खा रहा है।' इसी बीच, कांग्रेस के कुछ
सांसद पीछे से बोलते रहे कि पीएम को विदेश दौरों से फुर्सत नहीं मिल रही
है।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि बीजेपी कई तरह की बोली बोलती है। अमेठी
से सांसद राहुल ने कहा, 'हमें पता है कि यह उद्योगपतियों की सरकार है। बड़े
लोगों की सरकार है। सूट-बूट वालों की सरकार है।' राहुल गांधी ने जैसे ही
सूट की बात की तो बीजेपी के सांसदों ने विरोध किया। इसके बाद राहुल गांधी
ने कहा, 'मैं अब सूट की बात नहीं करूंगा। अब खुश।' लेकिन उसके बाद राहुल
गांधी ने कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
को संबोधित करते हुए उन्हें 'आपके प्रधानमंत्री' कहा। जब बीजेपी नेताओं ने
उसका विरोध किया तो राहुल गांधी ने कहा, 'आपके नहीं, देश के
प्रधानमंत्री।' राहुल गांधी ने कहा, 'प्रधानमंत्री जी को मैं एक और सुझाव
देता हूं। बड़े लोगों की सरकार है। देश में 60 फीसदी किसान-मजदूर हैं। मैं
चाहता हूं कि पीएम साइड बदल लें। आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हो। किसानों को
चोट पहुंचा रहे हो। आने वाले समय में वे आपको चोट पहुंचाएंगे। आप समझते हो
कि जो बड़ी-बड़ी गाड़ियां चलाते हैं, उनके पास ताकत है। आप गलत समझते हो।'
अंग्रेजी में बोलने को लेकर हुआ हंगामा
सोमवार को लोकसभा में राहुल गांधी ने जैसे ही अंग्रेजी में भाषण की
शुरुआत की तो सत्ता पक्ष के सांसदों ने हिंदी में बोलने की मांग रख दी।
राहुल ने कहा कि वे हिंदी में भी बोलेंगे। लेकिन हंगामा रुका नहीं। इसी
बीच, विपक्ष की ओर से एक सांसद ने खड़े होकर कहा कि जब प्रधानमंत्री
बोलेंगे तो वे भी हंगामा करेंगे। 2014 के आम चुनाव में चुनी गई 16 वीं
लोकसभा में राहुल गांधी का यह पहला भाषण है।
बजट सत्र के पहले हिस्से में छुट्टी पर थे राहुल
कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी बजट सत्र के पहले हिस्से में मौजूद
नहीं थे। उस समय वे छुट्टी मनाने गए हुए थे। कांग्रेस की ओर से जानकारी दी
गई थी कि राहुल गांधी चिंतन-मनन करने के लिए गए हुए हैं। 59 दिन की छुट्टी
से लौटने के बाद राहुल गांधी ने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान खेत मजदूर रैली को संबोधित किया था।
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