जयपुर: दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की रैली में आत्महत्या करने वाले किसान गजेंद्र सिंह कल्याणवत
के परिवार से मिलने के लिए पार्टी के नेता संजय सिंह शुक्रवार शाम दौसा
जिले के झामलवाड़ा गांव (राजस्थान) पहुंचे। संजय सिंह ने गजेंद्र के
परिवार को 10 लाख रुपए का चेक दिया। वहीं, केजरीवाल ने फोन पर मृतक किसान
के परिवार से निजी तौर पर माफी मांगी।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
संजय जब मौके पर पहुंचे तो वहां बहुत भीड़ थी। इसके अलावा, सुरक्षा के
कड़े इंतजाम किए गए थे। इसकी वजह यह थी कि शुरुआत में गजेंद्र के परिवार
और गांववालों में आम आदमी पार्टी और केजरीवाल को लेकर काफी गुस्सा था।
हालांकि, गजेंद्र के परिवार ने यह साफ कर दिया था कि वह आने वाले मेहमानों
का अपमान नहीं करेंगे। इस वजह से गजेंद्र के परिवारवाले भी संजय सिंह के
आने के बाद हालात को सामान्य बनाते नजर आए। मुलाकात के बाद संजय सिंह ने
कहा, ''परिवार वालों की ओर से दो मांगें की गईं। पहला यह कि गजेंद्र
किसानों के मुद्दों पर शहीद हुए हैं तो उन्हें दिल्ली सरकार की ओर से शहीद
का दर्जा दिया जाए। इसके अलावा, परिवार के एक सदस्य को बालिग होने वाले
दिल्ली सरकार द्वारा नौकरी दी जाए। इन दोनों मांगों पर मैं केजरीवाल से
बातचीत करूंगा। दिल्ली सरकार कोशिश करेगी कि उनकी मांगों को पूरा किया
जाए।''
गजेंद्र के बेटे-बेटी से मिले संजय
संजय सिंह ने सबसे पहले गजेंद्र की बेटी से मुलाकात की। बेटी ने उन्हें नमस्ते किया। गजेंद्र की बेटी के सामने संजय सिंह ने हाथ जोड़े और उन्हें सांत्वना दी। इसके बाद गजेंद्र के दोनों बेटे भी उनसे मिलने आए। इसके बाद, गजेंद्र के पिता से मिलने के लिए संजय सिंह घर के अंदर चले गए। संजय सिंह ने गजेंद्र के घरवालों को अपना मोबाइल नंबर भी दिया। उधर, शुक्रवार सुबह केजरीवाल पर जमकर बरसने वाले गजेंद्र के पिता शाम को थोड़े नरम दिखे। केजरीवाल द्वारा माफी मांगने पर गजेंद्र के पिता बन्ने सिंह ने कहा कि अब सबको यह सोचना चाहिए कि गजेंद्र के परिवार का क्या होगा? सुबह उन्होंने कहा था, ''केजरीवाल ने माफी मांगी है। लेकिन इस माफी से कुछ नहीं होगा। उन्होंने गलती की है। मुझे उनकी ओर से माफी मांगना स्वीकार नहीं है। वे मुझे केवल बेटा लौटा दें। इसके सिवा कुछ मंजूर नहीं।''
संजय सिंह ने सबसे पहले गजेंद्र की बेटी से मुलाकात की। बेटी ने उन्हें नमस्ते किया। गजेंद्र की बेटी के सामने संजय सिंह ने हाथ जोड़े और उन्हें सांत्वना दी। इसके बाद गजेंद्र के दोनों बेटे भी उनसे मिलने आए। इसके बाद, गजेंद्र के पिता से मिलने के लिए संजय सिंह घर के अंदर चले गए। संजय सिंह ने गजेंद्र के घरवालों को अपना मोबाइल नंबर भी दिया। उधर, शुक्रवार सुबह केजरीवाल पर जमकर बरसने वाले गजेंद्र के पिता शाम को थोड़े नरम दिखे। केजरीवाल द्वारा माफी मांगने पर गजेंद्र के पिता बन्ने सिंह ने कहा कि अब सबको यह सोचना चाहिए कि गजेंद्र के परिवार का क्या होगा? सुबह उन्होंने कहा था, ''केजरीवाल ने माफी मांगी है। लेकिन इस माफी से कुछ नहीं होगा। उन्होंने गलती की है। मुझे उनकी ओर से माफी मांगना स्वीकार नहीं है। वे मुझे केवल बेटा लौटा दें। इसके सिवा कुछ मंजूर नहीं।''
परिवार ने राज्य सरकार के सामने रखी चार मांगें
गजेंद्र के परिवार ने राजस्थान सरकार के सामने चार मांगें रखी हैं।
इसमें मृतक किसान के बेटे और बेटी की पढ़ाई और नौकरी की डिमांड शामिल है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रतिनिधि के तौर पर राज्य के संसदीय कार्य
मंत्री राजेंद्र राठौड़ शुक्रवार दोपहर उनके घर पहुंचे थे। उनके साथ
स्थानीय विधायक अलका सिंह भी थीं। इसी दौरान परिवार ने ये मांगें रखीं।
राठौड़ ने मृतक किसान के परिवार को हर तरह की सुविधाएं मुहैया कराने
और निष्पक्ष जांच के लिए केंद्र सरकार से बातचीत करने का भरोसा दिलाया।
राठौड़ ने यह भी आश्वासन दिया कि परिवार द्वारा रखी गई चारो मांगों को जल्द
से जल्द पूरा करने की कोशिश की जाएगी।
ये हैं मृतक किसान के परिवार की चार मांगें
1. बारहवीं में पढ़ रही गजेंद्र की बेटी मेघा का दाखिला जयपुर के महारानी कॉलेज में कराया जाए। सरकार उसकी पढ़ाई और अन्य खर्च की जिम्मेदारी ले।
1. बारहवीं में पढ़ रही गजेंद्र की बेटी मेघा का दाखिला जयपुर के महारानी कॉलेज में कराया जाए। सरकार उसकी पढ़ाई और अन्य खर्च की जिम्मेदारी ले।
2. छठी क्लास में पढ़ रहे गजेंद्र के बड़े बेटे धीरेंद्र को
वक्त आने पर सरकार की ओर से उसकी योग्यता के अनुसार नौकरी मुहैया कराई जाए।
3. गजेंद्र की मौत के मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और इसमें देरी न हो।
4. गजेंद्र के शव को स्थानीय थाने लाए जाने के दौरान डिप्टी एसपी की ओर से किए गए कथित दुर्व्यवहार के मामले की जांच हो।
शहीद का दर्जा देने की मांग
राजपूत करणी सेना ने जयपुर कलेक्ट्रेट पर अरविंद केजरीवाल का पुतला
फूंका। करणी सेना के सदस्यों की मांग थी कि केजरीवाल को सजा मिलनी चाहिए।
उन्होंने गजेंद्र को शहीद का दर्जा दिए जाने, घर के किसी सदस्य को सरकारी
नौकरी, परिवार को आर्थिक मुआवजे के अलावा मौत के मामले की सीबीआई जांच की
मांग की। सेना ने इन मांगों को पूरा करने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम
दिया।
केजरीवाल ने मांगी माफी
इससे पहले, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान के पेड़ से
लटकने के बाद भी रैली और भाषण जारी रखना उनकी गलती थी। उन्होंने कहा कि
किसान की मौत से उन्हें काफी दुख हुआ और वह उस रात सो नहीं पाए थे। उधर,
दिल्ली पुलिस ने उप राज्यपाल नजीब जंग से केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष
सिसोदिया से पूछताछ के लिए इजाजत मांगी है।
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