ऐ साधु संतो ,,,,ऐ मोलवी मुल्लाओं ,,,ऐ सियासी लोगों ,,,,,,,,,,,ऐ ओवेसी
,,साक्षी ,,योगी नफरत का खेल बंद करो लो आओ प्यार की होली खेलो ,,,सद्भावना
का गुलाल उड़ाओ ,,,,खुशहाली भाईचारे की छटा बिखेरो और दिल से कहो होली
मुबारक हो मुबारक हो ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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