आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

25 मार्च 2015

जिन्दगी

Pushplata Sharma
खिल कर मुरझाने का नाम है जिन्दगी
ज़माने के लिये फनां हो जाने का नाम है जिन्दगी
इस जहां के गहन अंधेरों में
खुद को जलाने का नाम है जिन्दगी
इस बहते हुए गम के दरिया में
अश्कों को पी जाने का नाम है जिन्दगी
जमाने की इस झूठी हंसी के साथ
दिल को तबाह कर मुस्कराने का नाम है जिन्दगी
गम के साज पर छेड़ जिन्दगी के नगमें
आहों के स्वर में गुनगुनाने का नाम है जिन्दगी

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...