आपका-अख्तर खान

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16 मार्च 2015

प्यार लिख दो

गुरूजी ने
मुझ से कहा
प्यार लिख दो
में लिख न सका
क्योंकि प्यार केसा होता है
मेने देखा ही नहीं
मेने तो बस
तेरी बेवफाई
तेरी झूंठ
तेरी फरेबियां देखी है
इसीलिए में
बेवफा ,,बेवफा
लिखता रहा
गुरु जी प्यार
;लिखने का कहते रहे
में बेवफा लिखता गया
गुरूजी पीटते रहे
में बेवफा लिखता गया
क्योंकि
प्यार मेने देखा ही नहीं
तो लिखता कैसे
बेवफाई देखी सो लिखता रहा
गुरु जी से पिटता रहा

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