आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

09 मार्च 2015

दोस्तों आज ,,,मुसीबत दिवस ,,,है

दोस्तों आज ,,,मुसीबत दिवस ,,,है ,,,जी हाँ दोस्तों आज के दिन ही मेरी शरीके हयात ने  मुझे गिरफ्तार कर ,,मेरी आज़ादी ,,मेरा पलंग से दोनों  तरफ से उतरने का अधिकार ,,मनमर्ज़ी टी वी चैनल देखने की आज़ादी ,,,,अड़ोस पड़ोस में आंटियों से मुस्कुरा कर बात करने की बेबाकी ,,,दोस्तों के साथ   मनचाही जगह घूमने का शोक ,,,,सब कुछ तो छीन गया ,,,,आज के दिन आई इस मुसीबत से मुक़ाबला तो में कर रहा हूँ ,,,पुरे चौबीस साल से में यह सब सह रहा हूँ ,,मुझे पता है के मुसीबत अभी हंटर और डंडे पर तेल पिला रही है ,,इसलिए में अपने दिल के दर्द उभार कर बताने की गुस्ताखी नहीं कर सकता ,,पहले में सहते सहते थका था ,,,अब आदत पढ़ गयी है ,,मुसीबतों से खेलने की आदत हो गयी है ,,इसलिए मुसीबत मेरी ज़िंदगी बन गयी है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,लेकिन चौबीस साल के  अनुभव ने कुछ कहावतो का खुलासा किया है जो आपकी खिदमत में पेश है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान ,,,,दोस्तों आज हम कुछ मुहावरों के आधुनिक
अर्थ जानेंगे। जो हमरे वैवाहिक जीवन में
इस्तेमाल होते हैं।
1. सुख की जान दुःख में डालना -
शादी करना
2. आ बैल मुझे मार - पत्नी को लड़ाई के लिए
आमंत्रित करना
3. दीवार से सर फोड़ना - पत्नी को कुछ
समझाना
4. चार दिन की चाँदनी वहीं अँधेरी रात -
पत्नी का मायके से घर आना
5. आत्म हत्या के लिए प्रेरित करना -
शादी की राय देना
6. दुश्मनी निभाना -
दोस्तों की शादी करवना
7. खुद का स्वार्थ देखना - शादी ना करना
8. पाप की सजा मिलना -
शादी हो जाना
9. लव मैरिज करना - लड़ाई के लिए
जोड़ीदार खुद ढूंढ़ना
10. जिंदगी के मज़े लेना - कुँवारा रहना
11. ओखली में सर देना - शादी के लिए
हाँ करना
12. दो पाठो में पीसना -
दूसरी शादी करना
13. खुद को लुटते हुए देखना - पत्नी का पर्स से
पैसे निकालना
14. पैरों तले से जमीन खिसकना -
पत्नी सामने दिखना
15. गलती पर पछताना - शादी के
फ़ोटो देखना
16. सर मुंडाते ही ओले पड़ना - परीक्षा में फेल
होते ही शादी हो जाना
17. शादी के लिए हाँ करना - स्वेच्छा से
आत्महत्या करना
18. शादी - बिना अपराध की सजा
19. बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना -
दूसरों के दुःख से खुश होना
20. साली आधी घर वाली - वो स्कीम
जो दूल्हे को बताई जाती है लेकिन
दी नहीं जाती।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...