रियाद।
सऊदी अरब में ब्लॉगर रैफ बदावी को जिद्दाह मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद
सार्वजनिक तौर पर कोड़े मारे गए। इस बात की पुष्टि कुछ चश्मदीदों ने की
है। रैफ को इस्लाम का अपमान करने पर बीते साल मई में 10 साल की जेल और
1,000 कोड़े की सजा सुनाई गई थी। ब्लॉगर और फ्री सऊदी लिबरल वेबसाइट के
रैफी बदावी को एक ऑनलाइन फोरम पर इस्लाम का अपमान करने के मामले में 2012
में गिरफ्तार किया गया था।
जेद्दाह की क्रिमिनल कोर्ट ने रैफी को इस्लाम के आरोप में जेल और
कोड़े के साथ ही 10 लाख सऊदी रियाल जुर्माना भरने की सजा सुनाई। बदावी को
सजा मिलने के बाद से उनकी पत्नी और बच्चे देश छोड़कर कनाडा जा चुके हैं।
बता दें कि सऊदी अरब शरिया कानून का पालन करता है।
मानवाधिकार संस्था ऐमनेस्टी इंटरनेशनल का कहना है कि उस व्यक्ति पर
ऐसी क्रूर सजा देना बेहद भयावह है, जिसने कोई जुर्म नहीं किया, बल्कि
शांतिपूर्ण बातचीत के लिए लोगों को बस एक पब्लिक फोरम मुहैया कराने की
हिम्मत दिखाई। वहीं, वाशिंगटन ने भी कहा है कि 1000 कोड़े लगाना बेहद
अमानवीय है, यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन है। अमेरिका ने ब्लॉगर
की सजा रद्द करने की भी अपील की थी।
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