आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

09 जनवरी 2015

गिर्राज गौतम के खिलाफ इंदिरा और बापू की आपत्तिजनक कूटरचित तस्वीर ग्रूप ऐडमिन व्हाट्स ऐप पर डालने पर कोटा के गुमानपुरा थाना इलाक़े में मुक़दमा दर्ज

दोस्तों कोटा के समाज सेवक और कोंग्रेसी नेताओं आबिद कागज़ी और मंज़ूर तंवर ने साइबर अपराध कारित कर शान्ति भग करने की कोशिश करने वाले व्यक्ति गिर्राज गौतम के खिलाफ इंदिरा और बापू की आपत्तिजनक  कूटरचित तस्वीर ग्रूप ऐडमिन व्हाट्स ऐप पर डालने पर कोटा के गुमानपुरा थाना इलाक़े में मुक़दमा दर्ज कराया है ,,अब यह जनाब भागे भागे फिर रहे है ,,,,दोस्तों यह मुक़दमा उन उत्पाती और अराजक तत्वों के खिलाफ सबक है जो देश की सुक्ख शांति को मिटाने के लिए विवाद पैदा कर देश के क़ानूनों को तोड़ते हुए ,,सोशल मिडिया पर बकवास बाज़ी कर रहे है ,,,कोई अल्लाह ,,तो कोई मोहम्मद ,,तो कोई  देवी देवता ,,तो कोई हिन्दू भाइयों की भावनाए भड़काने के प्रयासों में जुटे है ,,कोई मुस्लिम भावनाए आहत कर रहा है ,,,,,ऐसे मामलों में सभी सोशल मिडिया वाले जानते है जब तक पकड़े नहीं गए ,,जब तक किसी ने शिकायःत नहीं की वोह हीरो है ,,,,बक्वासी लाल है लेकिन जब इनके खिलाफ मुक़दमा दर्ज होता है यह लोग जेल जाते है तो इनकी मदद क़ानून के मामले में अदालतों में करने के लिए कोई सक्षम नहीं होता है और क़ानून ऐसे लोगों के खिलाफ धार्मिक भावनाए भड़काने ,,उकसाने ,,धार्मिक भावनाए अपमानित करने के मामले में पांच साल ,,सात साल की सज़ा वाले आज़मानतीय अपराध और आई टी एक्ट में पचास लाख रूपये सात साल की सज़ा के जुर्माने की सज़ा का प्रावधान लिए बैठा है ,,,सभी को पता है जब कोई वैचारिक उत्पाती जो धर्म के नाम पर अधर्म फैलाकर ,,सियासत के नाम पर अपराध करते हुए दूसरे के धर्मों के लिए बकवास लिख रहे है ,,उनकी धार्मिक भावनाए भड़का रहे है तो उनके लिए एक दिन की जेल भी उनके घरवालों के लिए असहनीय बन जाती है ,,उनका कॅरियर चोपट हो जाता है ,,,कोई  पासपोर्ट नहीं ,,,नौकरी नहीं ,,सरकारी सुविधाएं नहीं वोह जिसे आज सोशल मीडिया पर बेहतर लिखने के लिए लोग पढ़ना चाहते है उसकी लेखनी का इन्तिज़ार करते है अगर ऐसे लोग धर्म के खिलाफ लिखते हुए पकड़े गए और जेल भेजे गए तो जनाब कोई भी उनका प्रशंसक उनसे जेल मिलने नहीं आएगा ,,,,,,सिर्फ उनकी पतिं बच्चे या फिर कोई ख़ास दोस्त रिश्तेदार ज़मानत  वगेरा करवाने आएगा और ऐसे लोगों की मुक़दमे में आते आते जूतियां घिस जाएंगी ,,,क्योंकि क़ानून मानता है गोलियों से लोगों को मारने वाला आतंकवादी है तो लेखनी और अल्फ़ाज़ों से लोगों की सुख शानति खत्म करने वाला वैचारिक आतंकवादी है और ऐसे लोगों की हमारे आदर्श भारत में कोई जगह नहीं है उनके लिए हमारे देश में जेलें बनी है और हमारा क़ानून हमारी अदालते ऐसे लोगों को जेल भेजती है ,,तो भाई तोबा करे किसी के मज़हब ,,किसी के धर्म ,,अल्लाह ,,मोहम्मद ,,राम ,,वाहे गुरु ,,,देवी देवताओं को अपमानित करने से बचे ,, अपने अलफ़ाज़ संयमित रखे वरना कोई बचाने नहीं आएगा ,,सो प्लीज़ आज से साफ़ सुथरी रचनात्मक लेखनी का संकल्प ले फिर आपकी मर्ज़ी ,,क़ानून और अदालते तो अपना काम करेंगी ही ,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...