रायपुर। मधु
नरेश किन्नर रायगढ़ की प्रथम नागरिक बन गई हैं। महापौर प्रत्याशी के रूप
में चुनाव मैदान में उतरी मधु नरेश किन्नर ने बीजेपी के प्रत्याशी को 4
हजार 537 वोटों से हराया। इसके साथ ही कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही।
छत्तीसगढ़ में पहली बार एक किन्नर को मतदाताओं ने शहर सरकार का मुखिया बनाकर
इतिहास रच दिया है।
कैसे गाड़ा झंडा
रायगढ़ नगर निगम के वार्ड क्रमांक 37 से पार्षद बनना चाहती थी मधु नरेश
किन्नर, कांग्रेस से टिकट मांगी तो मज़ाक समझ कर मना कर दिया। बीजेपी की
लहर और कांग्रेस की आक्रामकता के बीच मधु ने फिर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप
में महापौर का चुनाव लड़ने का मन बनाया। 15 दिसंबर को जब मधु ने नामांकन
भरा तो दोनों ही पार्टियों ने उनके हौसले का मखौल उड़ाया।
धीरे-धीरे माहौल बना। 27 दिसंबर को बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही
पार्टियों को बाजी हाथ से जाती दिखने लगी। कांग्रेस मधु किन्नर द्वारा काटे
जाने वाले वोट से अपने प्रत्याशी जेठूराम को लाभ होने की आस लगा कर
मुगालते में रही। वहीं 27 दिसंबर की रात 12.30 बजे बीजेपी संगठन के
कद्दावर नेता सौदान सिंह रायगढ़ (28 दिसंबर को झारखंड सरकार के शपथ ग्रहण
में सड़क मार्ग से जा रहे थे) पहुंचे, रात 2.30 बजे तक पार्टी नेताओं से
चर्चा की। उन्होंने कहा किसी भी हालत में चुनाव जीतना है, निर्दलीय
प्रत्याशी के माहौल और पार्टी को नुकसान की आशंका पर नेताओं को सख्त नसीहत
भी दी।
मधु किन्नर के साथ बीजेपी और कांग्रेस का असतुंष्ट धड़ा रणनीति बनाने
में जुटा था वहीं रायगढ़ की जनता के मन में निगम पर राज कर चुके दोनों ही
पार्टियों के महापौरों के प्रति बेहद नाराजगी थी। उन्हें विकल्प मिला और
गुस्सा जाहिर करने के लिए जनता ने मधु किन्नर के मटका छाप पर बटन दबाया।
शहर के मध्य प्रशासन की पहल पर सड़क चौड़ीकरण, सौंदर्यीकरण हुआ, लेकिन
निगम की सरकार ने लोगों की जरूरतों के मुताबिक काम नहीं किया। राशनकार्ड
निरस्त किए जाने के साथ ही ज्यादातर मोहल्लों में गंदगी, पेयजल समस्या,
संजय कांप्लेक्स जैसे कुछ मामलों पर निगम सरकार ने बिल्कुल ध्यान नहीं
दिया। विधानसभा में बड़े काम, सरकार के कामकाज और लोकसभा में मोदी लहर के
भरोसे तीन विधायक और एक सांसद यहां से जीते लेकिन इस बार जनता ने नाउम्मीदी
में वोटिंग की।
काम कर गई दुआ
किन्नर समुदाय के साथ ही शहर के युवाओं, बड़ी पार्टियों में नजरअंदाज हो रहे कार्यकर्ताओं को साथ लेकर मधु नरेश किन्नर ने जमकर जनसंपर्क किया। मतदान से पूर्व कुछ सैंकड़ा सिक्के मधु समर्थकों ने मंगाए और उसे निचली बस्तियों में बंटवा दिए और लोगों से कहा, किन्नर हमेशा समाज को बेहतरी की दुआ देते हैं और इस बार मधु को लोगों के आशीर्वाद की जरूरत है। इस अपील ने जबरदस्त काम किया। इसके साथ ही 29 दिसंबर को मतदान के दिन किन्नर समुदाय के लोग मधु के समर्थन में शहर के विभिन्न मतदान केंद्रों में खड़े हो गए और लोगों के सिर छूकर दुआ देते रहे और समर्थन मांगा। इसने भी करिश्मा किया और महापौर प्रत्याशी मधु किन्नर को भारी समर्थन मिला।
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