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27 जनवरी 2015

सतरंगी दुनिया के तिरंगे और राष्ट्रगान का सम्मान करने वाले मेरे इस देश में कुछ लोग है जो आज भी दिलों में नफरत पाले बैठे है ,

दोस्तों सतरंगी दुनिया के तिरंगे और राष्ट्रगान का सम्मान करने वाले मेरे इस देश में कुछ लोग है जो आज भी दिलों में नफरत पाले बैठे है ,,उनकी सोच ,,उनके विचार ,,किसी भी मुद्दे को देखने का उनका तरीका ,,उनके बोलने और लिखने का तरीका सिर्फ और सिर्फ नफरत भड़काने वाला होता है ,,वोह कोन लोग है ,,,किसके लिए काम कर रहे है आप और में सभी जानते है ,,लेकिन यह तो तय है के वोह भारत में रहते है फिर भी भारतीय नहीं है ,,क्योंकि जो लोग भारत में रहकर नफरत भड़काना चाहते है ,,बेहूदा बातें करके लोगों को उसकाना चाहते है ,,,उनका आक़ा गलती करे तो उसे छुपाकर दूसरे की गलती को बढ़ावा देकर दिखाना चाहते है ,,अगर ऐसे लोग है तो वोह लोग किसी व्यक्तिगत विचारधारा के गुलाम तो हो सकते है ,,लेकिन निष्पक्ष और सद्भाविक भारतीय संस्कृति के प्रतीक हिन्दू संस्कृति पर लानत है ,,,,,,वोह लोग भारत में रहकर नफरत फैलाने वाले तो हो सकते है लेकिन भारत में रहकर भारतीय ,,राष्ट्रभक्त कतई नहीं हो सकते ,,,,,,,दोस्तों में बात कर रहा कल भारत की आन बान शान के प्रतीक तिरंगे के राष्ट्रपति द्वारा ओबामा की मौजूदगी में ध्वजारोहण ,,सलामी और राष्ट्रीय गान के वक़्त की जिसकी एक तस्वीर को देखकर केवल एक गलती तलाशकर नफरत की आंधी भड़काने वाले लोगों ने हामिद अंसारी उपराष्ट्रपति को कुत्ता ,,गद्दार ,,,,,,क़रार दे दिया ,,,,लेकिन दोस्तों सच क्या है में आपको बताना चाहता हूँ ,,,,कल छब्बीस जनवरी भारत का सबसे बढ़ा त्यौहार ,,भारत के राष्ट्रपति प्रणवमुखर्जी ,,,भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ,,भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ,,भारत के रक्षा मंत्री मणिकर ,,भारत के मुख्य अतीथी ओबामा ,,उनकी पत्नी मिशेल ओबामा और दुभाषिये मौजूद थे ,,,,,वक़्त था सेना में राष्ट्रीय ध्वज फैलाने का जो केवल राष्ट्रपति द्वारा फहराया जाता है और अगर राष्ट्रपति ना हो तो फिर उपराष्ट्रपति द्वारा फहराया जाता है ,,नियम है ध्वज फहराया जाएगा ,,सब लोग सावधान होंगे राष्ट्रगान होगा ,,राष्ट्रगान का सम्मान होगा और केवल राष्ट्रपति महोदय या जो भी झंडे को फहराएगा वोह झंडे को सलामी देगा बाक़ी लोग जनगण मन के सम्मान में सावधान रहेंगे ,,,,,अगर झंडा चलता हुआ किसी के हाथ में उनके सामने आता है तभी वोह सलामी देंगे वरना सावधान ही रहग्ने ,,,अब दोस्तों कल आदरणीय राष्ट्रपति महोदय ने ध्वजारोहण किया ,,,,,,राष्ट्रीयगान जन गण मन शुरू हुआ ,,,राष्ट्रपति ने तो ध्वजारोहण किया इसलिए उन्होेन झंडे को क़ानून के मुताबिक़ ध्वज संहिता के मुताबिक़ सेल्यूट किया सलाम किया लेकिन बाक़ी लोग कर्तव्यबद्ध थे राष्ट्रियगान का सम्मान करते हुए सावधान रहने के लिए ,,इस प्रक्रिया में लिखित ध्वज संहिता का उलंग्घन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी रक्षा मंत्री पणिकर जी सभी क़ानूनी तहज़ीब भारतीय मर्यादाओं और राष्ट्रगान के सम्मान के क़ानून को तोड़कर अपना हाथ सावधान की मुद्रा तोड़कर सलामी के लिए राष्ट्रपति की बराबरी करने के लिए उठा देते है साथ ही रक्षा मंत्री भी उठा देते है ,,कुछ नफरत बाज़ो द्वारा इसे उल्टा प्रचारित किया गया विधिक नियमों की पालना करते हु करते हुए सावधान की मुद्रा में खड़े हामिद अंसारी को गद्दार कहकर प्रचारित किया गया ,,,लेकिन दोस्तों लिखित ध्वज संहिता ने इन नफरतबाज़ों की पोल खोलकर रख दी ,,,,देश इस मामले में क़ानूनी नियमों से बंधे हामिद अंसारी के साथ खड़ा नज़र आया ,,,सच यह है दोस्तों के भारतीय ध्वज स नहिता संहिता की धारा छ की उपधारा तीन के उपनियम इकत्तीस में उल्लेखित है के जब राष्ट्रपति झंडारोहण करेंगे तो वोह झंडे को सलामी देंगे बाक़ी लोग सावधान की मुद्रा में खड़े रहकर जनगण मन गाएंगे ,,लेकिन दोस्तों हामिद अंसारी जो एक मुसलमान था जिसे गद्दार कहने में नफरतबाज़ों ने कोई कोताही नहीं बरती वोह देश के क़ानून ,,देश की मान मर्यादाओं की सावधान मुद्रा में पालना कर तिरंगे और राष्ट्रगान का सम्मान कर रहे थे और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेदंर मोदी उनके रक्षा मंत्री पणिकर देश के क़ानून ,,ध्वज संहिता की मान मर्यादाओं का प्रोटोकॉल तोड़कर खुद को बढ़ा साबित्त करने के लिए जनगणमन का मान सम्मान छोड़कर राष्ट्रिय गान की अपमान करते हुए सावधान की मुद्रा तोड़ सेल्यूट करने की गलती कर रहे थे ,,यह गलती भारतीय संविधान की मान मर्यादाओं के खिलाफ,,, भारतीय तिरंगे और भारतीय राष्ट्रिय गान के खिलाफ खुले आम हो रही थी जो संविधान के रक्षक राष्ट्रपति की उपस्थिति में हुई खबर का यह सच्चा पहलु किसी को नहीं दिखा ,,किसी ने प्रचारित नहीं किया ,,दोस्तों प्रवेंशन औफ नेशनल ऑनर एक्ट के प्रावधानों में तिरंगे ,,,,राष्ट्रगान ,,,संविधान का अपमान करने वाले को पांच साल की सज़ा का प्रावधान है और भारतीय ध्वज संहिता को तोडना ,,भारतीय राष्ट्रीय गान के वक़्त सम्मानित सावधान की मुद्रा में खड़ा नहीं होना भी अपराध है ,,जो पांच साल की सज़ा का प्रावधान है ,,मेरी नफरतबाज़ों से गुज़ारिश है प्लीज़ इस पहलु को देखे और सोचे के उन्होेन गलती की है वोह अपनी इन आदतों से बाज़ आये ,,भारत में रहते है भारतीय संस्कृति को जिए ,,नफरत छोड़े प्यार बांटे ,,,हम कहते है नरेदंर मोदी और रक्षामंत्री पणिकर द्वारा राष्ट्रगान का अपमान करने की मंशा नहीं थी ,,तिरंगे का अपमान करने की मंशा नहीं थी सिर्फ क़ानून और प्रोटोकॉल की अज्ञानता के कारण उनसे गलती हुई है इसलिए हम भी उनकी इस गलती को माफ़ करने की बात करते है ,,ऐसे बनो मेरे दोस्तों ,,मेरे भारतियों ताकि नफरत खत्म हो ,,प्यार का वातावरण बने ,,हम और आप एक हो ,,,मेरे देश में खुशियों की बरसात हो ,,मेरा देश खुशहाली की खुशबु से महके लेकिन यह आप और में सब मिलकर नफरत को दिलों और दिमागों से निकाल कर सिर्फ और सिर्फ भारतीय बनकर ही कर सकते है ,,किसी धर्म किसी मज़हब ,,किसी पार्टी ,,किसी विचारधारा या फिर किसी व्यक्ति का अंध भक्त बनकर नहीं कर सकते ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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