प्रजापिता ब्रह्म्कुमारी ईश्वरीय विश्विद्यालय की राजयोगिनी ब्रह्म्कुमारी
डॉक्टर प्रभा मिश्रा जिन्होंने रामानंद सागर के मशहूर धार्मिक टी वी
सीरियल रामायण में रावण की पत्नी मंदोत्री की प्रमुख भूमिका निभाई थी ने एक
सवाल के जवाब में कहा के जो साधू संत राजनीति में जाते है मंत्री बनते है
,,उनकी कार्यशैली से में सहमत नहीं हूँ ,,एक साधू ,,संत की जीवनशैली
दागदार नहीं होना चाहिए ,,,उन्होंने कहा के मुझ से अगर कोई आकर कहे के आपको
प्रधानमंत्री बनाते है तो में इंकार कर दूंगी क्योंकि जिसका ईश्वर से लगाव
होता है उसके लिए यह सब तुच्छ बाते होती है ,,,,उन्होंने कहा के काजल की
कोठरी में कितना ही साफ सुथरा व्यक्ति चला जाए वोह दागदार होने से नहीं बच
सकता ,,,,,,,,,,,राजयोगिनी ब्रह्म्कुमारी ने तार्किक ,,आध्यात्मिक प्रवचन
के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा के ईश्वरीय ब्रह्माकुमारी योग में
सर्वधर्म कार्यक्रम होते है जिसमे तनाव मुक्त रहने और सफल होने के मामले
में भी प्रवचन होते है जिससे अनेकों लोग लाभान्वित हुए है ,,उन्होेन कहा के
ब्रह्म्कुमारी विश्विद्यालय का मूल कार्य विश्व में सुख शानति स्थापित
करना है ,,उन्होेन बताया की इसका अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू में
रखा गया है ,,,जहाँ साल में कई कार्यक्रम होते है और जून सितम्बर में
प्रिंट मिडिया ,,सोशल मिडिया ,,,इलेक्ट्रॉनिक मिडिया की बढ़ी कॉन्फ्रेंस
होती है ,,जहां पैतीस हज़ार लोगों के एक साथ बैठने का ऑडिटोरियम है और
अध्यात्म शान्ति की तरफ कैसे जाए इसके प्रवचन होते है ,,उन्होेन बताया की
पुरे हज़ारों लोगों का इंतिज़ाम ब्रह्म्कुमारी बहने करती है और सभी का खाना
,,,नाश्ता ,,बिजली की सारी व्यवस्था सोलर बिजली से होती है ,,उन्होंने दावा
किया की माउंट आबू में विश्व का सबसे बढ़ा सिस्टम है ,,,,उन्होंने बताया के
वर्ष उन्नीस सो तीस से ब्रह्म्कुमारी योजना चल रही है जबकि उन्नीस सो
छप्पन से माउांट आबू का केंद्र स्थापित है झना नियमित रूप से उन्नीस सो
छियत्तर से प्रवचन और आध्यात्म कार्य विश्वस्तर पर चल रहा है ,,उन्होने
कहा के हाल ही में विश्वस्तरीय सर्वधर्म सम्मेलन के दौरान चीन के एक
प्रवक्ता ने कहा के चीन में कहते है के जो इस जन्म में अच्छे काम करता है
उस चीनी को अच्छे कामो के बदले भारत की धरती पर जन्म लेने का सौभाग्य ईश्वर
देता है ,,,उन्होंने कहा हमारा ऐसा भारत जहाँ सुख शान्ति की दुहाई दी जाती
है वहां मनोविकार की वजह से अराजकता और तनावग्रस्त माहोल बना हुआ है
,,उन्होेन कहा के में फिल्म कलाकार हूँ और मेने रावण की पत्नी बनकर सीरियल
में रावण को बुराई से बचाने के लिए समझाइश का किरदार निभाया था ,,लेकिन
फ़िल्मी ग्लैमर की उस दुनिया को में छोड़कर अब रामानंद सागर के सीरियल को
छोड़कर परमानंद सागर के रचित जीवंत सीरियल में दुनिया के रावणो को समझाने का
प्रयास कर रही हूँ ,,फिल्मों में फिल्म निर्माण के नाम पर देवी देवताओं के
उपहास उड़ाने और अश्लीलता परोसने के सवाल पर उन्होंने अफ़सोस जताते हुए कहा
के आज फ़िल्मी दुनिया ग्लैमर की दुनिया हो गयी है और रुपया कमाना एक ज़रिया
हो गया है जिसने मर्यादाएं त्याग दी है जो गलत बात है ,,उन्होंने फ़िल्मी
अदाकारा से सीधे ब्रह्म्कुमारी कार्यक्रम से जुड़ने का रोचक क़िस्सा सुनाते
हुए कहा के वोह फ़िल्मी अदाकार थी ,,मुंबई में स्थापित थी ,,उन्होंने पी एच
डी कर डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी ,,उन्होंने बताया के उनके
प्रोड्यूसर का फोन आया के तुम्हे एक फिल्म में पत्रकार के रोल की शूटिंग
में आना है इसलिए नीले रंग की जीन्स और कुर्ता पहनकर आना है ,,,,उन्होंने
कहा के में कार ड्राइव करती हुई जा रही थी की योग केंद्र का बोर्ड देखा
में फिगर ठीक रखने के लिए योग करती थी सो इस केंद्र में रूक गयी ,,जहां
मेडिटियेशन चल रहा था ,,में खामोश उसमे शामिल हो गयी थोड़ी देर तक इन्तिज़ार
किया प्रवचन हुए फिर में भी ईश्वर के ज्ञान में खो गयी ,,मुझे ऐसा लगा के
मुझे कोई झूला रहा है ,,जब मेरी आँख खुली तो सब जा चुके थे एक सफेद साड़ी
में बहन जी थीं ,,उन्होंने कहा के तुम किसके साथ आई हो ,,मेने कहा क्या
यहां आना किसी के साथ ज़रूरी है ,,फिर योग के बारे में पूंछा तो उन्होंने
कहा के यहाँ कसरत वाला योग नहीं होता आत्मा से ईश्वर के मिलन का योग होता
है ,,,में दूसरे दिन गई जहां मेने जींस और कुर्ता तो ख़रीदा लेकिन एक सफेद
साड़ी भी खरीदी और बस तब से ही में ईश्वर का संदेश ,,सुख शांति का संदेश
,,निराकार ईश्वर का संदेश ,,दे रही हूँ ,,,फ़िल्मी ग्लैमर की दुनिया मेरे
लिए अब बेमानी बेकार हो गया था और आत्मा को केंद्रित कर शांति के पथ में चल
पढ़ी ,,,उन्होंने सभी लोगों से ईश्वर के संदेश को समझने के लिए
ब्रह्म्कुमारी के प्रवचनों में शामिल होने की गुज़ारिश भी की ,,और माउंट आबू
के कार्यक्रमों का भी निमंत्रण दिया ,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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