वाराणसी:
सोनभद्र जिले के एक लेखपाल के सीनियर अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित किए जाने
के बाद आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। लेखपाल ने अपने सुसाइड नोट
में आत्महत्या के लिए तहसीलदार और एसडीएम को दोषी ठहराया। इसमें लिखा है,
'मैं अपने शरीर के दो टुकड़े कर रहा हूं। ऊपर का भाग एसडीएम और नीचे का भाग
तहसीलदार को अर्पित करता हूं।'
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
17 जनवरी 2015
ट्रेन से कटने के पहले लेखपाल ने लिखा- एक हिस्सा एसडीएम दूसरा तहसीलदार को देना
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)