कैमूर/पटना. भभुआ की
महिला डीएसपी ने कैमूर के एसपी पुष्कर आनंद पर शरीरिक शोषणा का आरोप लगाया
है। महिला डीएसपी ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर एसपी के खिलाफ कार्रवाई
करने की गुहार लगाई है। आनंद 2009 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस अफसर हैं।
बिहार के डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा कि इस बात की सूचना मिली है। उनके मुताबिक पूरे मामले की जांच शुरू की जा चुकी है।
'शादी का वादा कर करते रहे यौन शोषण'
महिला डीएसपी ने कहा, 'हम दोनों की मुलाकात तीन साल पहले हुई थी।
हमारी दोस्ती हुई। इसके बाद एसपी शादी का झांसा देकर बराबर मेरा शरीरिक
शोषण करते रहे। अब जब मैंने उनसे शादी के लिए दबाव बनाया तो वे मेरे साथ
अभद्र व्यवहार करने लगे। इससे खिन्न होकर उनके खिलाफ मैंने स्थानीय थाने
में एफआईआर करवा दी है।'
पुष्कर आनंद ने आरोपों से पल्ला झाड़ा
एसपी पुष्कर आनंद ने महिला डीएसपी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये मामला बेबुनियाद है। शादी का दबाव बनाने के लिए महिला अधिकारी ने मुझपर यह आरोप लगाया है। अगर उनके पास कोई प्रमाण है तो वे पेश करें।
एसपी पुष्कर आनंद ने महिला डीएसपी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये मामला बेबुनियाद है। शादी का दबाव बनाने के लिए महिला अधिकारी ने मुझपर यह आरोप लगाया है। अगर उनके पास कोई प्रमाण है तो वे पेश करें।
शुरू हुई जांच
एक ही जिले में तैनात दो सीनियर पुलिस अफसरों के बीच खड़े हुए इस विवाद के बाद पूरा पुलिस महकमा अचंभित है। डीजीपी पी.के.ठाकुर ने मामले की जांच पुलिस मुख्यालय में गठित महिला शिकायत निवारण कोषांग को सौंप दी है। आईजी (हेड क्वॉर्टर) अनुपमा निलेकर चंद्रा कोषांग की अध्यक्ष हैं। इसके अलावा आईजी कल्याण सुनील कुमार और कमजोर वर्ग की एसपी हरप्रीत कौर इसकी सदस्य हैं। डीजीपी ने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। दूसरी ओर अब दोनों अधिकारियों को जिले से हटाने की तैयारी है। उम्मीद है जल्द ही उनके तबादले की अधिसूचना जारी होगी।
एक ही जिले में तैनात दो सीनियर पुलिस अफसरों के बीच खड़े हुए इस विवाद के बाद पूरा पुलिस महकमा अचंभित है। डीजीपी पी.के.ठाकुर ने मामले की जांच पुलिस मुख्यालय में गठित महिला शिकायत निवारण कोषांग को सौंप दी है। आईजी (हेड क्वॉर्टर) अनुपमा निलेकर चंद्रा कोषांग की अध्यक्ष हैं। इसके अलावा आईजी कल्याण सुनील कुमार और कमजोर वर्ग की एसपी हरप्रीत कौर इसकी सदस्य हैं। डीजीपी ने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। दूसरी ओर अब दोनों अधिकारियों को जिले से हटाने की तैयारी है। उम्मीद है जल्द ही उनके तबादले की अधिसूचना जारी होगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)