आपका-अख्तर खान

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16 दिसंबर 2014

एक पागल सी

एक पागल सी
दीवानी सी
हीरनी सी
खूबसूरत सी
लुभावनी अदाओ वाली
प्यारी सी लड़की
जिसपर में मरता हूँ
अजीब दिमाग रखती है
कभी मुझ पर मरती है
कभी मुझे मारती है
एक प्यारी सी लड़की
कभी मुझ से रूठती
कभी बेवजह नाराज़ होती है
कभी मुझसे ऐतेबार उठाती है
लेकिन फिर भी
मेरी जान मेरी ज़िंदगी है
यह प्यारी सी लड़की
ऐसा लगता है
में खिलोना बैटरी से चलने वाला
यह मेरी बैटरी है
बैटरी मुझ से अलग होकर
मुझे बेजान करने के लिए काफी है ,,,,

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