नई दिल्ली.
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सांसद पप्पू यादव ने लोकसभा में धर्मांतरण
के मुद्दे पर हंगामे के दौरान अभद्र व्यवहार करते हुए अखबार फाड़कर स्पीकर
के आसन की तरफ फेंक दिया। यादव की इस हरकत पर सदन में हंगामा शुरू हो गया।
विश्व हिंदू परिषद के विवादित 'घर वापसी' कार्यक्रम को लेकर संसद के
दोनों सदनों में विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया। इस मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी
के बयान की मांग करते हुए पप्पू यादव ने हंगामा किया और गुस्से में आकर
अखबार फाड़कर स्पीकर की तरफ फेंक दिया। पप्पू यादव के इस बर्ताव से स्पीकर
की कुर्सी पर आसीन उपसभापति थंबीदुरई बेहद नाराज हो गए। थंबीदुरई ने यादव
को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा, 'क्या कागज फेंकना विरोध का लोकतांत्रिक
तरीका है? यह बहुत गलत है और मुझे इस पर कड़ी आपत्ति है।' इस घटना के बाद
शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई। बाद में पप्पू यादव ने
इस घटना के लिए डिप्टी स्पीकर से माफी मांगी।
पप्पू यादव ने अध्यक्ष के आसन पर कागज फेंकने की बात से इनकार किया।
सदन के बाहर मीडिया से बात करते हुए यादव ने कहा कि उन्होंने कागज गुस्से
में फेंका था, लेकिन उसे अध्यक्ष की कुर्सी पर नहीं फेंका गया था।
इससे पहले धर्मांतरण के मुद्दे पर ही सरकार के खिलाफ हंगामे के दौरान
लोकसभा में सोमवार को लेफ्ट के नेता ए. संपत बीमार पड़ गए। इस वजह से सदन
की कार्यवाही टालनी पड़ी।
आगे की स्लाइड में पढ़िए, धर्मांतरण के मुद्दे पर संसद में किस तरह हुआ हंगामा:
लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने धर्मांतरण का मुद्दा उठाते हुए सोमवार
को भारी हंगामा किया। इस वजह से कई बार सदन की कार्यवाही बाधित हुई। दूसरी
ओर, सरकार ने कहा कि उसका इन घटनाओं से कुछ लेना-देना नहीं है। वह अपना काम
अच्छे तरीके से कर रही और विपक्ष को इस तरह के मुद्दे पर राजनीति नहीं
करनी चाहिए।
शून्य काल शुरू होते ही कांग्रेस सदस्य के सी. वेणुगोपाल ने केरल में
धर्मांतरण का मुद्दा उठाया और कहा कि वहां उनके संसदीय क्षेत्र सहित कई जगह
धर्मांतरण कराया जा रहा है और केरल के साथ ही गुजरात और अन्य राज्यों में
भी इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने आरोप
लगाया कि संघ परिवार इस काम में शामिल है और विश्व हिंदू परिषद के नेता खुलेआम कह रहे हैं कि देश को सौ फीसदी हिंदू राष्ट्र बनाया जाएगा। इसलिए सरकार को इन घटनाओं की निंदा करनी चाहिए।
इसी बीच, सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने अपनी सीटों पर खड़े होकर हंगामा शुरू कर दिया। संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने शोर शराबे के बीच कहा कि सरकार का इससे कुछ लेना-देना नहीं है और जिन लोगों के नाम विपक्ष के सदस्य ले रहे हैं, वे सदन के सदस्य नहीं हैं। इसलिए उनका नाम कार्यवाही से हटा दिया जाना चाहिए।
नायडू ने कहा कि केरल में कांग्रेस की सरकार है और राज्य सरकार को इस तरह की घटनाओं से खुद निपटना चाहिए। उनका कहना था कि भाजपा को देश की जनता ने पूरे समर्थन के साथ सरकार चलाने का जनादेश दिया हुआ है। सरकार जिम्मेदारी से अपना काम कर रही है और वह देश में किसी तरह का तनाव नहीं चाहती है। उन्होंने विपक्ष पर धर्मांतरण के मसले पर राजनीतिक करने का आरोप लगाया। नायडू ने यह भी कहा कि यदि इस पर राजनीति करनी है तो सदन के भीतर की बजाए सदन से बाहर करें।
विपक्ष और सत्ता पक्ष के सदस्यों के जबरदस्त शोर शराबे के बीच सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि सभी अखबारों में और अन्य मीडिया में लगातार 'घर वापसी' की बात की जा रही है। उनका आरोप था कि सरकार इसका समर्थन कर रही है।
लगाया कि संघ परिवार इस काम में शामिल है और विश्व हिंदू परिषद के नेता खुलेआम कह रहे हैं कि देश को सौ फीसदी हिंदू राष्ट्र बनाया जाएगा। इसलिए सरकार को इन घटनाओं की निंदा करनी चाहिए।
इसी बीच, सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने अपनी सीटों पर खड़े होकर हंगामा शुरू कर दिया। संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने शोर शराबे के बीच कहा कि सरकार का इससे कुछ लेना-देना नहीं है और जिन लोगों के नाम विपक्ष के सदस्य ले रहे हैं, वे सदन के सदस्य नहीं हैं। इसलिए उनका नाम कार्यवाही से हटा दिया जाना चाहिए।
नायडू ने कहा कि केरल में कांग्रेस की सरकार है और राज्य सरकार को इस तरह की घटनाओं से खुद निपटना चाहिए। उनका कहना था कि भाजपा को देश की जनता ने पूरे समर्थन के साथ सरकार चलाने का जनादेश दिया हुआ है। सरकार जिम्मेदारी से अपना काम कर रही है और वह देश में किसी तरह का तनाव नहीं चाहती है। उन्होंने विपक्ष पर धर्मांतरण के मसले पर राजनीतिक करने का आरोप लगाया। नायडू ने यह भी कहा कि यदि इस पर राजनीति करनी है तो सदन के भीतर की बजाए सदन से बाहर करें।
विपक्ष और सत्ता पक्ष के सदस्यों के जबरदस्त शोर शराबे के बीच सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि सभी अखबारों में और अन्य मीडिया में लगातार 'घर वापसी' की बात की जा रही है। उनका आरोप था कि सरकार इसका समर्थन कर रही है।
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