श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर
में सरकार बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। इसी क्रम में राज्य की सबसे
बड़ी पार्टी पीडीपी ने बीजेपी से संभावित गठजोड़ के लिए उनके सामने कुछ
शर्तें रख दी हैं। इनमें पीडीपी के मुफ्ती मोहम्मद सईद को पूरे 6 साल तक
सीएम बनाए जाने और आर्म्स फोर्सेज स्पेशल पावर्स एक्ट को हटाए जाने की शर्त
भी शामिल है। उधर, सूत्रों के मुताबिक राज्य के गवर्नर एन एन वोहरा ने भी
दोनों पार्टियों को चिट्ठी लिखकर सरकार बनाने के मुद्दे पर अपना प्रस्ताव
भेजने को कहा है। इससे पहले, बीजेपी नेता राम माधव ने कहा कि बीजेपी सरकार
बनाने को लेकर पीडीपी और अन्य क्षेत्रीय पार्टियां, जिनमें नेशनल
कॉन्फ्रेंस भी शामिल है, से बातचीत कर रही है। एक न्यूज चैनल से बातचीत में
राम माधव ने कहा कि पीडीपी या नेशनल कॉन्फ्रेंस को स्थिर सरकार बनाने के
लिए आगे आना चाहिए। हम उन विकल्पों पर काम कर रहे हैं, जिनके जरिए बेहतर
ढंग से सरकार बनाई जा सकती है।
अब्दुल्ला ने कहा, माइंड गेम खेल रही पीडीपी
जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को ट्वीट करके कहा कि ऐसा लगता है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा समर्थन से जुड़ी चिट्ठी का दावा कर रही पीडीपी बीजेपी के साथ माइंड गेम खेल रही है। हमने पीडीपी को समर्थन देने के लिए सिर्फ मौखिक पेशकश की है।
खबर है कि बीजेपी के साथ गठबंधन का खुलेआम समर्थन करने वाले पीडीपी
प्रवक्ता मुजफ्फर हुसैन बेग को पार्टी ने कड़ी फटकार लगाई है। सूत्रों के
मुताबिक, बेग ने खुद से ही बीजेपी के राम माधव से बातचीत की और इसके लिए
पार्टी ने उन्हें अधिकृत नहीं किया था। बता दें कि बीजेपी के साथ संभावित
गठबंधन को लेकर पीडीपी के अंदर ही काफी विरोध हो रहा है। इसकी वजह यह है कि
धारा 370 समेत कई प्रमुख मुद्दों पर दोनों पार्टियों की राय बिलकुल अलग
है। पीडीपी के बीच बीजेपी को लेकर असंतोष की एक वजह यह भी है कि पार्टी
मेंबर्स सीएम पद बीजेपी के हिस्से में नहीं जाने देना चाहते।
जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर पीडीपी के मुजफ्फर बेग और
भाजपा के राम माधव के बीच गुरुवार रात को बातचीत हुई थी। शुक्रवार को माधव
ने इसकी जानकारी ट्वीट के जरिए दी। उन्होंने बताया कि बातचीत अभी शुरुआती
दौर में है। पीडीपी ने भी इस मुलाकात की बात स्वीकार की है। इस बीच, पूर्व
अलगाववादी नेता सज्जाद लोन ने बीजेपी को समर्थन देने का एलान किया है।
सज्जाद लोन की पार्टी के दो विधायक हैं। ताकत
पीएमओ में राज्य मंत्री हैं। मोदी के विश्वास पात्र हैं। केंद्र सरकार में जम्मू-कश्मीर का एकमात्र
पीएमओ में राज्य मंत्री हैं। मोदी के विश्वास पात्र हैं। केंद्र सरकार में जम्मू-कश्मीर का एकमात्र
चेहरा हैं।
कमजोरी
केंद्र में भाजपा सरकार बनने के बाद ही उन्होंने कहा था कि अनुच्छेद 370 पर सरकार सलाह-मशविरा कराएगी। तभी उनका घाटी में विरोध हुआ। इस वजह से घाटी के नेता उनके विरोधी हैं। राजनीति में कम अनुभव रखते हैं।
केंद्र में भाजपा सरकार बनने के बाद ही उन्होंने कहा था कि अनुच्छेद 370 पर सरकार सलाह-मशविरा कराएगी। तभी उनका घाटी में विरोध हुआ। इस वजह से घाटी के नेता उनके विरोधी हैं। राजनीति में कम अनुभव रखते हैं।
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