(फोटो: रिसर्च के लिए खुले आसमान के नीचे रखे गए शव)
चेतावनी : आगे की तस्वीरें देखने में बहुत वीभत्स भी हो सकती हैं।
इंटरनेशनल डेस्क। आमतौर पर खुले में लाशों का फेंकना बुरा और मेडिकल के नियमों के विरुद्ध माना जाता है। लेकिन दुनिया में एक ऐसी जगह भी है, जहां साइंटिफिक रिसर्च के लिए एक साथ कई लाशों को खुले आकाश के नीचे छोड़ दिया जाता है। वैसे, मृत शरीर के साथ दुनिया में प्रयोगशालाओं में तरह-तरह के परीक्षण किए जाते रहे हैं, लेकिन हम जिस जगह की जानकारी दे रहे हैं, वहां यह प्रयोगशाला खुले आसमान के नीचे है। यहां, खुले में पड़े लाशों के नष्ट होने की प्रक्रिया यानी डीकम्पोजिंग, बैक्टिरियल इफेक्ट्स और दूसरे तरह की स्टडी की जाती है। आगे की स्लाइड्स में आप भी देखेंगे कि इस प्रयोगशाला की तस्वीरें कितनी वीभत्स हैं।
बहरहाल, आपको बता दें कि दुनिया में अपने तरह की यह अनूठी प्रयोगशाला
टैक्सास में सैन मार्कोस से सात मील उत्तर-पश्चिम में है। यह टेक्सास स्टेट
यूनिवर्सिटी का फॉरेंसिक एन्थ्रोपॉलिजी सेंटर है। 16 एकड़ क्षेत्र में फैले
इस अमेजिंग लैबोरेटरी में करीब 50 की संख्या में नंगे शव खुले आसमान के
नीचे पड़े हैं। यहां मानव शरीर के डीकम्पोज होने का अध्ययन किया जाता है।
यहां अलग-अलग मौसमों के दौरान स्टूडेंट्स डोनेट डेड बॉडीज के डीकम्पोजिंग
का अध्ययन करते हैं।
जब यहां कोई नई डेड बॉडी पहुंचती है तो सबसे पहले उसे साफ किया जाता
है, इसके बाद उसे फार्म में खुले में रख दिया जाता है। फार्म में कुछ डेड
बॉडीज बिल्कुल न्यूड रखे जाते हैं जबकि कुछ को खुले आसमान के नीचे ही कवर
करके रखा जाता है। बहुत सारी डेड बॉडीज को जानवरों से कोई नुकसान न पहुंचे,
इसलिए उन्हें जालियों से ढककर रखा जाता है। ऐसा अलग-अलग स्थितियों में
शवों की डीकम्पोजिंग समझने के लिए किया जाता है। इस फार्म की निगरानी हाई
क्वालिटी सिक्युरिटी सिस्टम के जरिए की जाती है।
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