आपात काल के दौरान नौकरशाहों द्वारा लोगों की बोलती बंद करने के लिए उन्हें
बेवजह बंद कर कालकोठरियों में ठूस देने के मामले में न्याय की मांग को
लेकर कोटा का एक शेर दिल जंगजू फरीदुल्ला खान जंग लड़ रहे है ,,पुरे
हिन्दुस्तान में मिसाबंदियों को एक झंडे की नीचे लाकर फरीदुल्ला के संघर्ष
से आज भाजपा और गैर कोंग्रेसी शासित राज्यों में बंदियों और उनके परिवारों
को पेंशन मिलने लगी है ,,फरीदुल्ला खान जो एक चिंतक ,,संघर्षशील जुझारून
व्यक्तित्व के धनी है उन्होंने इस मिशन को अपने हाथ में लिए देश
के कोने कोने में जाकर सम्पर्क स्थापित किए सत्ता में बैठे भाजपाइयों और
गैर कोंग्रेसियों के कान उमेठे ,,,थोड़ी नरमी थोड़ी गर्मी दिखाई ,,,,चम्बल के
पानी का किसान नेता का संघर्ष जताया तब कही जाकर उनका यह सपना पूरा हुआ है
,,,,,आज पुरे भारत में मीसा बंदियों की संघर्ष समिति बनी है और अकेले
फरीदुल्ला अपने साथियों के साथ मिलकर इस जंग को लड़ रहे है ,,,,दूरदराज़
इलाक़ों में जनजागरण अभियान चला रहे है ,,,फारीदुल्ला को उनके संघर्ष के
लिए कॉमरेड कहकर लालसलाम से भी सम्मानित किया जाता है ,,,,अख्तर खान अकेला
कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)