विश्व मानवाधिकार दिवस पर आज राजकीय महाविद्यालय कोटा के समाजशास्त्र विभाग
द्वारा एक ,व्याख्यानमाला का आयोजन रखा गया ,,जिसमे मुख्य वक्ता के रूप
में एडवोकेट अख्तर खान अकेला और प्रोफेसर डॉक्टटर विजय सरदाना ने अपना
व्याख्यान दिया ,,,,,राजकीय महाविद्यालय में आयोजित इस सेमीनार में
विभागयाध्यक्ष श्रीमती मंजू मेहरा ,,,,सहयोगी व्याख्याता और छात्र छात्राओं
ने किया था ,,,,व्याख्यान माला में एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने देश में
लागू किये गए मानवाधिकार अधिनियम के प्रावधान के तहत इक्कीस साल बाद
भी मानवाधिकार न्यायालय स्थापित नहीं करने पर दुःख जताया जबकि राजस्थान
पुलिस अधिनियम के तहत पुलिस निगरानी समिति का सात साल गुज़रजाने के बाद भी
गठन नहीं करने पर रोष व्यक्त किया ,,,,,अख्तर खान अकेला ने कहा के हमारे
देश की सरकार अंतर्राष्ट्रीय दबाव में मानवाधिकार का दिखावा तो करती है
लेकिन स्वास्थ्य के लये घोषित नुकसानदायक चीज़े शराब ,,सिगरेट पान ,,गुटका
और कई ज़हरीली चीज़े रुपया कमाने के चक्कर में खुलेआम बिकवा रही है ,,,अख्तर
खान अकेला ने कहा के हमारे देश में बच्चे ,,बूढ़े ,,महिलाये ,,,,,पुरुष
किसी भी वर्ग के मानवाधिकार सुरक्षित नहीं है ,,,,,,प्रोफेसर डॉक्टर विजय
सरदाना ने कहा के मानवाधिकारों में सबसे अधिक आवश्यक अधिकार स्वास्थ्य का
मानवाधिकार है उन्होंने कहा के जब व्यक्ति स्वस्थ ही नहीं रहेगा तो उसके
लिए और दूसरे मानवाधिकार बेमानी होंगे ,,,,,,,कार्यक्रम में बोलते हुए
प्राचार्य प्रोफेसर लोहिया ने कहा के विश्व मानवाधिकार दिवस पर शिक्षा
,,जागरण कार्यक्रम की ज़रूरत है उन्होंने छात्र छात्राओं से आह्वान किया के
सभी लोग इस कार्यःशेत्र में शामिल होकर मानवाधिकार संरक्षण क्षेत्र में
कार्य करे ताकि देश में जियो और जीने का अधिकार स्थापित हो सके ,,,,,अख्तर
खान अकेला कोटा राजस्थान
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