पटना. बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सफाई देते हुए
कहा है कि उनके पीए के रूप में दामाद की नियुक्ति ने उन्होंने नहीं बल्कि
पर्सनल सेक्रेटरी ने की थी। उन्होंने यह भी कहा कि दामाद को पीए बनाए जाने
की जानकारी मुझे नहीं थी और कैबिनेट सेक्रेटेरियट को भी यह सब देखना चाहिए।
मांझी के मुताबिक, 'मेरी जानकारी में बात आई तो पीए पद से हटा दिया।'
लेकिन मांझी अपने भांजे को सरकारी पद से हटाने को राजी नहीं हैं। मांझी ने
इस बारे में कहा, 'जहां तक मेरे भांजे की बात है, तो उसे मैं नहीं हटाऊंगा।
भांजा निजी परिवार का सदस्य नहीं है। वैसे जोड़ेगे तो मेरी जाति का हर आदमी
कोई न कोई सबंधी निकल जाएगा।' बिहार के मुख्यमंत्री ने अपने आलोचकों को
आड़े हाथों लेते हुए कहा, 'मुझे दिन-रात गाली देने वाले अपनी औरत को जाली
सर्टिफिकेट पर प्रोफेसर बनाए हैं।'
मांझी के दामाद को सीएम के पीए के पद को विवाद के बाद छोड़ना पड़ा है।
मांझी के दामाद तब से उनके पीए हैं जब से मांझी नीतीश सरकार में मंत्री
थे। लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया। विपक्षी
पार्टी बीजेपी ने बिहार सरकार के सभी मंत्रियों के पीए की नियुक्ति की जांच
की मांग की है। बीजेपी नेता सुशील कुमार
मोदी ने मांझी को इस मामले में आड़े हाथों लिया है। लेकिन इतना विवाद उठने
के बाद भी मांझी अपने भांजे को हटाने के लिए तैयार नहीं हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)