(दरिद्रा का प्रतिकात्मक फोटो)
उज्जैन। बहुत कम लोग ऐसे होंगे, जिन्हें ये मालूम होगा कि
महालक्ष्मी की एक बड़ी बहन भी बताई गई हैं। कई शास्त्रों में इस संबंध में
विवरण दिया गया है। साथ ही, लक्ष्मी की बहन से जुड़ी कई मान्यताएं भी
प्राचीन समय से प्रचलित हैं। आमतौर पर काफी लोग महालक्ष्मी की कृपा पाने के
लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं, लेकिन लक्ष्मी कृपा कुछ ही लोगों को
प्राप्त होती है। कुछ ऐसे काम बताए गए हैं, जिनसे महालक्ष्मी की बहन
अलक्ष्मी यानी दरिद्रा किसी व्यक्ति को सुख-समृद्धि प्राप्त नहीं करने देती
है।
यहां जानिए महालक्ष्मी की बहन कौन हैं और कौन-कौन से काम करने से व्यक्ति धनवान नहीं हो पाता है...
किन-किन कामों से कोई गरीब व्यक्ति लक्ष्मी कृपा प्राप्त नहीं कर पाता
है। इस संबंध में प्रचलित मान्यताओं के अनुसार महालक्ष्मी की एक बहन बताई
गई है। लक्ष्मी की इस बहन का नाम है दरिद्रा। दरिद्रा यानी गरीबी या
अलक्ष्मी। प्राचीन काल में समुद्र मंथन हुआ था और महालक्ष्मी प्रकट हुई
थीं। इसके बाद जब भगवान विष्णु के साथ लक्ष्मी का पाणीग्रहण होने लगा, तब
लक्ष्मी ने श्रीहरि से कहा कि- जब तक मेरी बहन दरिद्रा का विवाह नहीं हो
जाता है, तब तक मैं विवाह नहीं कर सकती हूं।
इस प्रश्न के उत्तर में दरिद्रा यानी गरीबी ने जो बातें बताई थीं, वे
सभी बातें हमारे लिए भी फायदेमंद हैं और इन बातों से समझा जा सकता है कि
किसी व्यक्ति की इनकम क्यों नहीं बढ़ पाती है..
उद्दालक मुनि के साथ हुआ दरिद्रा का विवाह
उस समय भगवान विष्णु ने लक्ष्मीजी की बहन दरिद्रा के विवाह के लिए वर
खोजना प्रारंभ किया। विष्णु ऐसा कोई वर नहीं खोज सके जो दरिद्रा के साथ
विवाह कर सके। तब अंत में श्रीहरि ने उद्दालक मुनि से दरिद्रा से विवाह
करने की प्रार्थना की। उद्दालक मुनि ने विष्णु की प्रार्थना स्वीकार कर ली
और उनका विवाह दरिद्रा से हो गया। जब दरिद्रा उद्दालक मुनि के साथ उनके
आश्रम पहुंची तो वह आश्रम में प्रवेश नहीं कर सकी, तब मुनि ने दरिद्रा से
पूछा कि आप आश्रम में प्रवेश क्यों नहीं कर पा रही हैं?
ऐसे स्थान पर होता है दरिद्रता या दरिद्रा का वास
दरिद्रा ने मुनि उद्दालक के प्रश्न के जवाब में बताया कि वह किन लोगों
के घर में प्रवेश कर सकती हैं। दरिद्रा कहती हैं कि जो लोग सुबह देर से
जागते हैं, जहां साफ-सफाई नहीं होती है, जिन घरों में क्लेश होता है, जिन
घरों में लोग गंदे वस्त्र धारण करते हैं, जहां स्त्रियां और पुरुष अधार्मिक
आचरण अपनाते हैं, वहां मैं स्थाई रूप से निवास करती हूं। ऐसे काम करने
वाले लोगों को दरिद्रा निर्धन बना देती है।
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