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27 नवंबर 2014

सार्क: दिन भर में दूसरी बार मोदी-शरीफ ने मिलाया हाथ पर ठोस बात नहीं हुई

फोटो: सार्क सम्मेलन के समापन समारोह में हाथ मिलाते नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ। 
काठमांडू. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने सार्क सम्मेलन के समापन समारोह में हाथ मिलाया। हालांकि, दोनों के बीच कोई खास बातचीत नहीं हुई। यह दिन भर में दूसरा मौका था जब दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया। इससे पहले काठमांडू से 30 किलोमीटर दूर धुलीखेल में दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया था। लेकिन वहां भी दोनों के बीच ज्यादा बात नहीं हुई थी। 
 
सार्क सम्मेलन खत्म होने के बाद नरेंद्र मोदी ने काठमांडू की सड़कों पर स्थानीय लोगों से अनौपचारिक मुलाकात की। इस दौरान उनके पक्ष में नारेबाजी भी हुई। इसके बाद नरेंद्र मोदी ने नेपाल के राष्ट्रपति की ओर से दिए गए भोज में हिस्सा लिया।
 
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी और अन्य सार्क देशों के प्रमुख गुरुवार को धुलीखेल में रिट्रीट कार्यक्रम में शामिल हुए। कावरे जिले में स्थित इस रिजॉर्ट में सभी सार्क देशों के प्रमुखों ने विभिन्न मुद्दों पर अनौपचारिक बातचीत की। यहां पीएम नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के बीच संवादहीनता को खत्म करने का बीड़ा नेपाली पीएम सुशील कोइराला ने उठाया। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार को जब सभी देशों के प्रमुख धुलीकेल में इकट्‌ठा हुए तो वहां कोईराला ने नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ से अलग-अलग बातचीत की और दोनों से अपील की कि वे अपने मतभेदों को भुलाकर रिश्तों को आगे बढ़ाएं। इसके बाद खाने की टेबल पर दोनों नेता आमने-सामने बैठे और एक-दूसरे से हाथ मिलाया। लेकिन दोनों के बीच ज्यादा बात नहीं हुई।  
 
प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाली के प्रधानमंत्री और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति से अलग-अलग बातचीत की। रिट्रीट में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज भी मौजूद रहे। रिट्रीट के दौरान पूरी तरह से शाकाहारी खाना परोसा गया। इसमें गुजराती थाली और नेपाली थाली शामिल थी। तबीयत खराब होने की वजह से बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद रिट्रीट में शामिल नहीं हो पाईं। 
 
विदेश मंत्रालय ने कहा-सार्क का मतलब सिर्फ दो मुल्क नहीं  
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा है कि सार्क सम्मेलन के नतीजों से भारत खुश है। भारत और पाकिस्तान के नेताओं के बीच ज्यादा बातचीत न होने पर सैयद ने कहा, 'सार्क का मतलब सिर्फ भारत और पाकिस्तान नहीं है, बल्कि इसमें सभी पड़ोसी शामिल हैं।' नवाज शरीफ और मोदी के बीच हाथ मिलाए जाने पर अकबरुद्दीन ने कहा, 'इन बातों पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए। भारत पाकिस्तान के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक रिश्ता रखना चाहता है। अगर आज की मुलाकात उस दिशा में हमें आगे ले जाता है तो हम उसका स्वागत करेंगे।'  चीन को सार्क में शामिल किए जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'सार्क के सदस्यों को बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। सिर्फ पर्यवेक्षक देश को बातचीत में शामिल किए जाने का प्रस्ताव था।' सार्क देशों में हुए समझौते के बारे में उन्होंने कहा, 'ऊर्जा क्षेत्र में समझौते के बाद सार्क देश इस क्षेत्र में कारोबार कर सकेंगे।'  
 
दबाव के आगे झुका पाकिस्तान  
धुलीखेल में अनौपचारिक बातचीत के दौरान सार्क देशों के दबाव के आगे पाकिस्तान झुक गया।
पाकिस्तान बिजली के क्षेत्र में कनेक्टिविटी से जुड़े समझौते के लिए राजी हो गया है। गौरतलब है कि भारत की ओर से इस प्रस्ताव पर पहल किए जाने के बाद सभी देश इस पर हस्ताक्षर करने के लिए राजी हो गए थे। केवल पाकिस्तान ने कहा था कि वह इस संबंध में घरेलू प्रक्रियाएं पूरी नहीं कर पा रहा है, इस वजह से वह साइन नहीं कर सकता। भारत ने इन समझौतों पर आम सहमति नहीं बनने के बाद निराशा जाहिर की थी। शिखर बैठक का मेजबान नेपाल भी चाहता था कि इन समझौतों पर हस्ताक्षर हो जाएं। सार्क में कोई भी समझौता सभी सदस्य देशों की सहमति से ही सकता है। 
 
नेपाल में बुधवार को शुरू हुए सम्‍मेलन में पाकिस्‍तान के अकड़ भरे रवैये पर भारत ने भी सख्‍त तेवर दिखाए थे। पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ जब मंच पर बैठे नरेंद्र मोदी के पीछे से गुजरते हुए अपनी सीट की ओर बढ़ रहे थे, तो वह तिरछी नजर से उन्‍हें देख रहे थे। मोदी ने भी उन्‍हें पूरी तरह अनदेखा किया। मोदी ने अपने भाषण में भी संकेत दिया कि भारत आतंकवाद को लेकर टालू रवैया नहीं सहन करेगा। भारत ने दोनों प्रधानमंत्रियों की बातचीत से भी साफ इनकार कर दिया है। सार्क सम्‍मेलन से पहले शरीफ ने कहा कि अगर भारत पहल करे तो पाकिस्‍तान को बातचीत से परहेज नहीं है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने कहा कि चूंकि पाकिस्‍तान की ओर से कोई अनुरोध नहीं आया है, इसलिए काठमांडू में भारतीय प्रधानमंत्री की शरीफ से बातचीत नहीं होगी।

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