फोटो: वाराणसी के राजेंद्र प्रसाद घाट पर आरती करने के लिए जाते
हुए रिलायंस इडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और पत्नी नीता अंबानी।
वाराणसी. 59 सालों से चली आ रही परंपरा को बाबा विश्वनाथ के दरबार में बीते शनिवार को वीवीआईपी दर्शन के लिए पहुंचे अंबानी परिवार की वजह से तोड़ना पड़ा। इस परंपरा के तहत हर साल कार्तिक मास में काशी विश्वनाथ परिसर में श्रीरामचरित मानस का पाठ किया जाता है।
वाराणसी. 59 सालों से चली आ रही परंपरा को बाबा विश्वनाथ के दरबार में बीते शनिवार को वीवीआईपी दर्शन के लिए पहुंचे अंबानी परिवार की वजह से तोड़ना पड़ा। इस परंपरा के तहत हर साल कार्तिक मास में काशी विश्वनाथ परिसर में श्रीरामचरित मानस का पाठ किया जाता है।
बीते शनिवार को मुकेश अंबानी पत्नी नीता के साथ यहां दर्शन-पूजन करने
के लिए पहुंचे थे। ऐसे में सुंदर कांड के लिए पहुंचे ब्राह्मणों को बाहर ही
रोक दिया गया। इससे नाराज ब्राह्मणों ने विश्वनाथ मंदिर छत्ता द्वार
मार्ग पर जमकर प्रदर्शन किया। ब्राह्मणों को सड़क पर ही रहकर सुंदरकांड का
पाठ किया।
11 ब्राह्मणों ने शुरू की थी परंपरा
श्रीराम चरित मानस का पाठ के मुख्य सदस्य राम कुमार ने बताया कि
काशी विश्वनाथ मंदिर में पिछले 59 सालों से सुबह सात बजे से लेकर दो बजे
तक पूजन-पाठ का कार्यक्रम चलता है। इस परंपरा की शुरुआत काशी के 11
ब्राह्मणों ने शुरू की थी। रोज शाम को छह बजे से भजन-कीर्तन किया जाता है।
यह कार्यक्रम रात आठ बजे तक चलता है।
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