(फाइल फोटोः इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर मोदी ने भी रन फॉर यूनिटी में हिस्सा लिया था।)
नई दिल्ली. देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की
125वीं जयंती पर कांग्रेस अगले हफ्ते यहां दो दिन का अंतरराष्ट्रीय
सम्मेलन आयोजित कर रही है, जिसमें कई देशों के प्रमुख नेता आमंत्रित किए गए
हैं। हालांकि, इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलावा नहीं भेजा गया है। बता दें कि किसी बड़े आयोजन में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
को आमंत्रित न करने का यह दूसरा मामला है। इससे पहले दिल्ली की जामा
मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी ने अपने बेटे सैयद शाबान को नायब शाही
इमाम घोषित करने की रस्म (दस्तारबंदी) में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को
नहीं बुलाया था। उनकी जगह बुखारी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ
को न्योता दिया।
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने मंगलवार को बताया कि सम्मेलन यहां विज्ञान भवन में 17 और 18 नवंबर को होगा, जिसमें 19 देशों के 52 नेताओं के शामिल होने की स्वीकृति मिल चुकी है। कार्यक्रम में कुल 54 विदेशी मेहमानों को बुलाया गया था। इनमें कई देशों के 12 प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रमुख भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में देश के प्रधानमंत्री को आमंत्रित नहीं किया गया है।
हम जो कर रहे हैं, सही है
यह पूछने पर कि इतने बड़े सम्मेलन में प्रधानमंत्री को आमंत्रित नहीं करना क्या उचित है, उन्होंने कहा, "हम जो कर रहे हैं, सही कर रहे हैं। यह कांग्रेस का सम्मेलन है। सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है।" उन्होंने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री पर्यटक हैं और वह इस दौरान दस दिन की विदेश यात्रा पर हैं।"
यह पूछने पर कि इतने बड़े सम्मेलन में प्रधानमंत्री को आमंत्रित नहीं करना क्या उचित है, उन्होंने कहा, "हम जो कर रहे हैं, सही कर रहे हैं। यह कांग्रेस का सम्मेलन है। सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है।" उन्होंने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री पर्यटक हैं और वह इस दौरान दस दिन की विदेश यात्रा पर हैं।"
दुनिया भर के नेताओं को निमंत्रण
दुनियाभर के नेताओं को इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए कांग्रेस की
ओर से न्योता दिया गया है। इनमें से कई बड़े नेताओं ने सम्मेलन में शामिल
होने के लिए सहमति भी दे दी है। शर्मा ने बताया कि अब तक जिन नेताओं के
शामिल होने की स्वीकृति मिली है, उनमें अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति
हामिद करजई, घाना के जान कुफोर, नाइजीरिया के जनरल आबो सांजो, नेपाल के
पूर्व प्रधानमंत्री माधव के नेपाल, भूटान की महारानी अशी दोरजी वांगमो
वांगचू, दक्षिण अफ्रीका के स्वतंत्रता सेनानी अहमद कथाडा, फलस्तीन के मुख्य
वार्ताकार नाबिल शाथ, अरब लीग के आम्रे मूसा, सोशलिस्ट इंटरनेशनल की अस्मा
जहांगीर और सुनील खिलनानी शामिल हैं। आनंद शर्मा के मुताबिक, इसके अलावा
कुछ प्रमुख राजनीतिक दल भी सम्मेलन में अपने प्रतिनिधि भेज रहे हैं। आयोजन
समिति को जिन पार्टियों के प्रतिनिधिमंडलों के हिस्सा लेने की सूचना मिली
है, उनमें अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना, बांग्लादेश
की अवामी लीग, नेपाली कांग्रेस, वियतनाम की कम्युनिस्ट पार्टी और मलेशिया
यूएमएमओ ने अपनी भागीदारी की अब तक पुष्टि की है।
इंदिरा की पुण्यतिथि पर शक्तिस्थल नहीं गए थे मोदी-
नेहरू की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मोदी को आमंत्रित न कर
कांग्रेस ने हिसाब पूरा कर लिया है। बीती 31 अक्टूबर को इंदिरा गांधी की
पुण्यतिथि पर पीएम नरेंद्र मोदी भी उन्हें श्रद्धांजलि देने 'शक्तिस्थल'
नहीं गए थे। इसकी जगह उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिवस के मौके पर
आयोजित 'रन फॉर यूनिटी' में शिरकत की थी।
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