फिजी. प्रधानमंत्री मोदी ने फिजी के संसद को संबोधित किया।
जिसमें उन्होंने डिजीटल फिजी की बात की। फिजी के लोगों को वीजा ऑन अराइवल,
17 मिलियन डॉलर की मदद देने का ऐलान किया।
तीन समझौतों पर हुए हस्ताक्षर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार रात एक दिन के दौरे पर फिजी
पहुंचे। पिछले 33 साल में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली फिजी यात्रा
है। पीएम का राजधानी सूवा के अल्बर्ट पार्क में पारंपरिक तरीके से स्वागत
किया गया। पीएम मोदी ने फिजी समकक्ष फ्रैंक बैनीमरामा के साथ द्विपक्षीय
बातचीत भी की जिसके बाद दोनों देशों के बीच तीन मुद्दों पर करार साइन किए
गए। मोदी यहां एक दिन रहने वाले हैं।
फिजी में मोदी का जोरदार स्वागत
मोदी फिजी के अलबर्ट पार्क पहुंचे, जहां उनका पारंपरिक तरह से स्वागत
हुआ। फिजी की जनसंख्या 8 लाख 49 हजार है, वहीं 37 प्रतिशत भारतीयों मूल के
लोग वहां रहते हैं। 1999 में फिजी में भारतीय मूल के प्रधानमंत्री बने थे,
फिर एक साल बाद तख्तापलट हुआ था। 33 साल बाद भारतीय प्रधानमंत्री फिजी
पहुंचे हैं। वर्ष 1981 में इंदिरा गांधी फिजी गई थीं। उनके बाद मोदी पहले
भारतीय प्रधानमंत्री हैं जो इस पेसेफिक आइलैंड देश की यात्रा पर आए हैं।
फिजी में मोदी का पूरा दिन
पिछले सप्ताह वे पूर्वी एशिया और आसियान शिखर सम्मेलन में शामिल होने
के लिए म्यांमार गए थे।फिजी के दौरे में मोदी बैनीमरामा के साथ द्विपक्षीय
वार्ताएं करेंगे, संसद को संबोधित करेंगे और 12 प्रशांत आईलैंड देशों के
नेताओं तथा प्रतिनिधियों से मिलेंगे। शाम को भारतीय मूल के लोगों से बातचीत
करेंगे। रात तक वो फिजी से भारत लौटेंगे।
मेरा दिल यहीं बसता है: मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी बोले, 'मेरा दिल यहीं बसता है। मैं यहां आकर काफी
खुशी महसूस कर रहा हूं। भारत और फिजी में कुछ काम चुनौतियां हैं जिसमें
मिलकर काम किया जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया से पांच समझौते, यूरेनियम का आश्वासन
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ मंगलवार को पांच समझौते किए। साथ ही
यूरेनियम आपूर्ति के लिए असैन्य परमाणु समझौते के प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी के आग्रह पर ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने कहा, ‘भारत
उभरता सुपर पावर है। अगर सब ठीक रहा तो ऑस्ट्रेलिया जल्द उपयुक्त सुरक्षा
उपायों के साथ भारत को यूरेनियम का निर्यात शुरू कर देगा। उधर,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई संसद को संबोधित किया। उन्होंने
कहा- आतंकवाद विश्व के लिए सबसे बड़ा खतरा है। इसे खत्म करने के लिए
व्यापक रणनीति बनाने की जरूरत है।
ये समझौते हुए
सामाजिक सुरक्षा समझौता : दूसरे देश में बसने वालों को भी समानता, सामाजिक सुरक्षा और पेंशन लाभ दिलाएगा।
कैदियों की अदला-बदली : दूसरे देश में सजा काट रहे लोगों को वापस लाने में आसानी। पुनर्वास प्रक्रिया सरल होगी।
पुलिस सहयोग में बढ़ोतरी : तस्करी की पूर्व सूचना हासिल होगी, दोषियों की संपत्ति जब्त हो सकेगी।
कला-संस्कृति में सहयोग : पेशेवर विशेषज्ञों, ट्रेनिंग और एक्जीबिशन आदि में सहयोग और समझ बढ़ेगी।
पर्यटन : हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में ट्रेनिंग और निवेश बढ़ेगा, रोजगार बढ़ेंगे, पर्यटक बढ़ेंगे।
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