(सांकेतिक फोटो)
चंडीगढ़. एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाली 11वीं की स्टूडेंट
मंगलवार सुबह 9 बजे अपनी क्लास इंचार्ज के गले लगकर जोर-जोर से रोने लगी।
टीचर को लगा कि शायद किसी ने क्लास में कुछ कह दिया है, वह स्टूडेंट से
रोने की वजह पूछती रही। बच्ची ने कहा कि उसे प्रिंसिपल रूम ले जाएं।
प्रिंसिपल के सामने स्टूडेंट ने कहा-मेरे पिता को पुलिस से पकड़वा दो। वो
एक साल से लगातार मेरे साथ रेप कर रहा है।
बच्ची ने रो-रोकर अपने साथ हुए इस जुल्म की बात बयान की कि कैसे रात भर उससे साथ यह सब होता है और दो बार अबॉर्शन तक करवाया गया है। उसने ये बात अपने कजन भाई से साथ शेयर की तो उसने एक तरफ तो इस बच्ची के पिता यानी अपने ताया को डांटा लेकिन दूसरी तरफ खुद बहन के साथ उसी अत्याचार पर उतर आया। दोहरे जुल्म को सह रही इस बच्ची के सब्र का बांध जब टूटा तो नतीजे में मंगलवार को ही बाप की तो गिरफ्तारी हो गई, भाई फरार हो गया जिसे अब पुलिस तलाश कर रही है। लड़की घर में सबसे बड़ी है। उसका एक छोटा भाई और बहन है।
मां के कहने पर चुप रही, यही घातक साबित हुआ
बच्ची जब इस शारीरिक और मानसिक सदमे से जूझ रही थी तो उसने एक बार
अपनी मां से भी यह बात बताई। बीमार रहने वाली मां इस बात को सुनकर और
ज्यादा बीमार हो गई। मां की हालत देखते हुए उसके कहने पर वह चुप रही। लेकिन
यह चुप रहना ही उसके लिए और भी घातक साबित हुआ और रेप का सिलसिला एक साल
तक चलता रहा।
कजहेड़ी में अबॉर्शन
स्टूडेंट ने प्रिंसिपल को बताया कि पिता ने दो बार उसका अबॉर्शन
कराया। दोनों बार अबॉर्शन कजहेड़ी के एक क्लीनिक में कराया गया। अब सवाल यह
उठता है कि इस क्लीनिक ने नाबालिग बच्ची का अबॉर्शन कैसे किया।
बड़ा सवाल: पिता को सजा मिल भी जाए, क्या बच्ची यह सदमा भूल पाएगी
जिस पिता ने उसे अंगुली पकड़कर चलना सिखाया था वही उसके साथ ये सब कर
गुजरेगा, बच्ची ने ऐसा बुरा सपना भी शायद कभी न देखा होगा। अत्याचार सिर्फ
उसके शरीर के साथ नहीं हो रहा था बल्कि उसका मन ज्यादा प्रताडि़त था।
स्कूल, साथी, घर-परिवार, भाई-बहन और आसपास के लोग...सबके होते हुए भी वो
नितांत अकेली थी अपने उस दुख के साथ। हो सकता है पिता को उसके किए की सजा
मिल भी जाए...तो भी बच्ची के दिलोदिमाग से इस सदमे के निशान मिटने में जाने
कितना वक्त लगेगा।
सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट के नुमाइंदे पहुंचे स्कूल
प्रिंसिपल ने यह सब सुना, तो हैरान हो गईं और तुरंत सोशल वेलफेयर
डिपार्टमेंट को इसकी जानकारी दी। साथ ही पुलिस को भी इत्तला दी गई। सोशल
वेलफेयर डिपार्टमेंट की टीम ने लड़की को फिलहाल स्नेहालय में भेज दिया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)