मुंबई. शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की पार्टी ने पहले समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की थी। लेकिन ऐन वक्त पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह,
वित्तमंत्री अरुण जेटली व फडणवीस ने फोन कर उनसे बात की। उनसे कार्यक्रम
में आने का आग्रह किया। और वे (उद्धव) आए भी। कार्यक्रम के बाद मोदी से हाथ
मिलाया। शाह से मुलाकात भी की। उद्धव के आने से यह संकेत मिले हैं कि
शिवसेना जल्द सरकार में शामिल होगी।
गौरतलब है कि भाजपा द्वारा गठबंधन तोड़े जाने के बाद से शिवसेना और
भाजपा के रिश्तों में खटास आई थी। वहीं चुनाव के दौरान दोनों पार्टियों के
नेताओं ने एक दूसरे पर तीखी टिप्पणियां भी की थी। लेकिन शपथ ग्रहण के पहले
भाजपा के आलाकमान का फ़ोन आने पर 'मातोश्री' की नाराजगी दूर हुई है।
सूत्रों के मुताबिक अमित शाह और उद्धव के बीच गठबंधन को लेकर भी बातचीत
हुई है। ऐसा कहा जा रहा है कि भाजपा से गठबंधन के मामले में शिवसेना जल्द
ही फैसला लेगी।
उद्धव के साथ अन्य शिवसेना के नेता भी पहुंचे
शपथ ग्रहण में उद्धव के पहुंचने के कुछ ही समय बाद शिवसेना नेता और
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी भी वानखेड़े पहुंचे। इसके कुछ ही समय बाद
शिवसेना के दिग्गज नेता दिवाकर राव भी शपथ ग्रहण में शामिल हुए।
शिव सैनिक हुए नाराज़
शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे का शपथ ग्रहण में पहुंचना और भाजपा के
नेताओं से मिलना शिवसेना के कई नेताओं को रास नहीं आया। इस मुलाक़ात पर कई
शिवसैनिकों ने नाराजगी भी जाहिर की है। शिवसैनिकों का कहना है कि उद्धव को
ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए था।
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