आपका-अख्तर खान

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21 अक्तूबर 2014

ख्वाब भी कमाल के है;

जिदंगी तेरे ख्वाब भी कमाल के है;
तु गरीबों को उन महलों के सपने दिखाती है;
जिसमें अमीरों को नींद नहीं आती
अमीरों के वोह व्यंजन तू ख्वाबों में बताती है
जो अमीर लोग डायबिटीज़ और बी पी के कारण खा नहीं पाते है
तू ज़िंदगी उन लचकते गद्दो का ख्वाब दिखाती है
जिन्हे वोह अमीर छोड़कर तख्ते पर डॉक्टर के कहने पर सो जाते है
ऐ ज़िंदगी तो उन अमीर बच्चो के ख्वाब दिखाती है
जो बच्चे अपने माता पिता को बीमार छोड़कर
अपने कुत्ते और पत्नी के साथ दूसरे घर में चले जाते है ,,,,

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