आपका-अख्तर खान

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13 सितंबर 2014

तो क्या हुआ,,

तो क्या हुआ अगर आज वो मेरे साथ नही है
मे आज भी उससे उतनी ही मौहब्बत करता हुं
इसलिये नही कि कोई ओर नही मिली बल्कि इसलिये
कि उससे मौहब्बत करने से फुर्सत ही नही मिली
जब भी मे अपनी आँखे बंद करता हु वो मेरे सामने आ जाती है

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