आपका-अख्तर खान

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15 सितंबर 2014

में प्यार की दूकान

में प्यार की दूकान
लगाये बैठा रहा ज़िंदगी भर
लोग नफरत के बाज़ार में
खरीददारी करते रहे उम्र भर
मेरी प्यार की दूकान पर
देखो कोई बिक्री न हुई
इधर नफरत बेचने वाले
मला माल होते चले गए ,,अख्तर

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