शिक्षक दिवस की घोषणा के वक़्त पांच सितम्बर 1955
को जन्मे कोटा लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक भवानी सिंह राजावत उनसठ
साल के हो गए है ,आज उनके जन्म दिवस पर उनके समर्थकों ने खूब जमकर बधाईया
दी ,,मिठाइयां बांटी और धूमधड़ाके कर खुशियाँ मनाई ,भवान्नी सिंह राजावत
छात्र जीवन से ही राजनीति में है वोह कॉलेज की राजनीति में सक्रिय रहे
,,फिर वसुंधरा सिंधिया के साथ जुड़कर भाजपा की रीती नीतियों को आगे बढ़ाते
हुए जनहित में संघर्ष करते रहे ,,,भवानी सिंह भाजपा की राष्ट्रीय
कार्यकारिणी में रहे ,, युवा मोर्चा में
रहे कई संगठनों से जुड़कर किसानो ,,मज़दूरों को न्याय दिलवाने के लिए प्रशासन
पुलिस से संघर्ष करते रहे ,,अनेकों बार इन्हे पुलिस के ज़ुल्म का शिकार
होना पढ़ा और फिर मुक़दमों की फहरिस्त इनके खिलाफ तैयार की गयी लेकिन यह
संघर्ष से पीछे नहीं हटे ,,,भवानी सिंह राजावत तीसरी बार लाडपुरा विधानसभा
क्षेत्र से विपरीत परिस्थितियो में भी चुन कर आये है ,,, वसुंधरा सिंधिया
ने भवानी सिंघ पर भरोसा जताते हुए इन्हे राजस्थान सरकार में संसदीय सचिव
बनाया और जनसम्पर्क विभाग की ज़िम्मेदारी दी गयी ,,जिसे बखूबी इन्होने
निभाया ,,,विधायक बनने के बाद भी भवानी सिंह के तेवर नौकरशाहों के खिलाफ है
और किसी भी नौकरशाह की टेडी आँख इनके कार्यकर्ता के खिलाफ अगर पढ़ जाए तो
फिर उसकी खेर नहीं ,,,अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर सदा आंदोलन कर
क्षेत्र के लोगों को न्याय दिलवाने वाले भवानी सिंह इनके कार्यकर्ताओं में
चहेते होने से ज़िंदाबाद है और इसीलिए आज उनके जन्म दिन को कार्यकर्ताओं ने
सादगी भरा होने पर भी खुशियो से सराबोर होकर ऐतिहासिक कर दिया और भवानी
सिंह राजावत को ज़िंदाबाद ,,ज़िंदाबाद कर दिया ,,,भवानी सिंह राजावत को उनके
उनसठ वे जन्म दिवस पर दिली मुबारकबाद बधाई ,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा
राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)