दोस्तों शरीर का कोई भी कष्ट हो और इस तकलीफ का डॉक्टर सिर्फ और सिर्फ ऑपरेशन ही इलाज बताये तो मरीज़ और उनके परिजनों की पेरो तले ज़मीन खिसक जाती है ,,,चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगती है ,,,घबराहट होने लगती है ,,,इस खौफनाक दर्द से जो छटपटाहट होती है कई लोग तो बीमारी का ऑपरेशन डर के मारे नहीं करा पाते है ,,,लेकिन कोटा में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुरेश कुमार पांडे ने लोगों का दिल जीत कर उनके दुःख दर्द में शामिल होकर ,,,इलाज और ऑपरेशन की विधा के साथ साथ मनोवैज्ञानिक विधा से मरीज़ों के दिल से ऑपरेशन के इस डर निकालकर बढ़े से बढ़े ऑपरेशन को सहज और सरल बना दिया है ,,,देश के दूर दराज़ इलाक़ों से ही नहीं ,,हिन्दुस्तान की सरहद पर से भी लोग इनकी इस विधा को सुनकर खेल खेल में ऑपरेशन करवाकर जाने लगे है ,,,,कोटा में सुवि नेत्र चिकित्सालय के डॉक्टर सुरेश पांडे जो देश भर के विभिन अस्पतालों में अपनी विधा का प्रदर्शन कर आये है और फिर विदेश के कई हिस्सों में इन्होने ऑपरेशन और सहज इलाज की विधा सीखी है ,,,,,,,,,आँखों के किसी ही असाध्य बीमारी हो ,,केसा ही रोग हो ,,लाइलाज रोग हो ,, ईश्वर के बाद आँखों के मरीज़ों के लिए अगर धरती पर कोई ईश्वर है तो वोह सुवि नेत्र चिकित्सालय कोटा के डॉक्टर सुरेश पांडे ही कहे जाते है ,,रोता हुआ ,,दुःख तकलीफ से तड़पता हुआ ,,आँखों की लाइलाज बीमारी से हताश निराश मरीज़ आये और फिर चुटकियों में ठीक होकर हँसता खेलता वापस जाए तो बीमारी से खुद की ज़िदंगी नरक समझने वाला मरीज़ ठीक होकर स्वर्ग सा सुख प्राप्त कर डॉक्टर साहिब को दुआएं देते हुए नहीं थकता ,,,मरीज़ की बीमारी और दुःख तकलीफ में शामिल होकर ,,बातों ही बातों में ऑपरेशन के दर्द से मरीज़ का ध्यान हटाकर चुटकियों में ऑपरेशन कर मरीज़ को भला चंगा करते हुए ऑपरेशन थियेटर से निकलते ही अपने घर जाने की हिम्मत देने वाले डॉक्टर सुरेश पांडे उनकी पत्नी विदुषी पांडे और उनकी विशेषज्ञ टीम चंद लम्हों में आँखों के इलाज का करिश्मा कर दिखाते है ,,लोग कहते है क़ुदरत ने उनके हाथ चमत्कार करने की क्षमता दी है ,,उनके हाथ में शिफ़ा यानी मरीज़ को तंदरुस्त करने की क्षमता दी है ,,,बात सही भी है ,,लेकिन खुद डॉक्टर पांडे ने अपने व्यवहार ,,,कार्यशैली ,,हुनरमंदी और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आधुनिक महंगे इलाज और ऑपरेशनों के उपकरणों से इस विधा को और सहज ,,सरल और खूबसूरत कामयाब बना दिया है ,,,,,,अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में सात वर्षो की तकनीक का ज्ञान प्राप्त कर ,,डॉक्टर पांडे विश्व की सबसे आधुनिकतम सिग्नेचर फेको मशीन से बिना इंजेक्शन ,,बिना टाँके ,,बिना पट्टी बांधे मोतियाबिंद का ऑपरेशन करते है ,,ऑपरेशन के पूर्व पलकों के बाल काटना भी आवश्यक नहीं ,,,राजस्थान और मध्यभारत में प्रथम अमेरिकन नासा प्रमाणित विजेक्श् कस्टम व्यू लेसिक लेज़र मशीन से कोटा में ही प्लस ,,माइनस और तिरछे नंबरों का छुटकारा मिलता है ,,,आँख के परदे ,,रेटीना व् सभी आँख के हिस्सों की सभी प्रकार की बिमारियों की जांच और इलाज की सुविधा है ,,,कौवा जापानी डिज़िटल फंड्स कैमरा से आँख के परदे की जांच ,,एंजियोग्राफी ,,जापानी ग्रीन लेज़र मशीन से मधुमेह रोगियों के परदे रेटीना की सिकाई ,,,,जटिल भेंगापन ,,असाध्य काला पानी ,,रेटीना में सूजन ,,,नासूर , मुंदी आँखें ,,पलकों की सभी बिमारियों का इलाज इनके यहां उपलब्ध है ,,,नाखूना ,,,का फिब्रीन तकनीक से इलाज ,,,अमेरिकन ऑप्टीयू मशीन से जांच फिर इलाज ,,किरतोकिनस ,,बीमारी के लिए कॉर्नियल कोलिजुन क्रॉस लिंकिंग उपचार जैसी सभी असाध्य बिमारियों का इलाज कर डॉक्टर सुरेश पांडे और उनकी टीम ने कोटा के सुवि चिकित्सालय में असम्भव को सम्भव कर दिखाया है ,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला एडवोकेट कोटा राजस्थान
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