राजस्थान
में स्कूल एकीकरण और अध्यापको की छटनी मुख्यमंत्री वसुंधरा सिंधिया की उस
घोषणा को असफल करने की साज़िश है जिसमे मेडम ने नियमित रोज़गार का चुनावी
एजेंडा बनाकर इसे पूरा करने का ऐलान किया था ,,,,,सरकार में वसुंधरा मेम से
सीधी नाराज़गी रखने वाला इनकी पार्टी का एक वर्ग चाहता है के इनकी तस्वीर
एक फेल्योर मुख्यमंत्री के रूप में सामने आये ,,इसीलिए तो एक साज़िश के तहत
स्कूल बंद करवा कर अध्यापकों की पोस्टें
कम कर ,,,रोज़गार के बढ़े अवसर बी एड धारकों और एस टी सी धारकों के लिए खत्म
करना है ,,,गुलाब कटारिया और दूसरे मंत्री खूब अच्छी तरह से जानते है के
अगर मास्टरों की बद्दुआएं जिस सरकार के खिलाफ चली तो वोह सरकार कभी भी सर
सब्ज़ नहीं हो सकी है ,,इसीलिए तो मास्टरों के खिलाफ योजनाबद्ध तरीके से ऐसी
कार्यवाही हो रही है ताकि सभी मास्टर पानी पी पी कर सरकार को बद्दुआएं दे
,,यह एक सोची समझी साज़िश है जिसे नहीं रोका गया तो गयी भेंस पानी में
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