आप का हुकम
कुछ आपके लिए
लिखा जाए
हमारी मजबूरी
पहले आप क्या है
हमे आपके बारे में तो
समझाया जाए
ना चेहरा छुपे आपका
ना पहचान ग़ुम हो आपकी
चाँद से आप चमके
खिले गुलाब से
आप रोज़ खिलखिलाए ,,,,अख्तर
कुछ आपके लिए
लिखा जाए
हमारी मजबूरी
पहले आप क्या है
हमे आपके बारे में तो
समझाया जाए
ना चेहरा छुपे आपका
ना पहचान ग़ुम हो आपकी
चाँद से आप चमके
खिले गुलाब से
आप रोज़ खिलखिलाए ,,,,अख्तर
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