फोटोः बेंगलुरु के एक स्कूल में मोदी के भाषण के दौरान बच्चे ने
टीचर से टॉयलेट जाने की अनुमति मांगी, लेकिन उसे बैठे रहने के लिए कहा गया।
हालांकि, कुछ देर बाद उसे क्लासरूम से बाहर जाने के लिए कहा गया।
नई दिल्ली. टीचर्स डे के मौके पर शुक्रवार को देश भर के स्कूली बच्चों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
का भाषण सुनवाया गया और सवाल-जवाब भी कराया गया। लेकिन इस दौरान कई जगहों
पर बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ा और अव्यवस्था का भी आलम दिखा।
बेंगलुरु के एक स्कूल में तो टीचर ने बच्चे को मोदी के भाषण के दौरान
पेशाब करने तक की अनुमति नहीं दी।
कई स्कूलों में मोदी के भाषण के दौरान बच्चे ऊंघते नजर आए तो कई
स्कूलों में कुछ बच्चों को नींद आ गई। कहीं लाइट गुल हुई तो कहीं चैनल
बदलने से भाषण की जगह क्रिकेट चलता रहा। कई स्कूलों में बच्चों को अतिथियों
के स्वागत और खातिरदारी में लगा दिया गया। पीएम का यह कार्यक्रम कई जगह
बच्चों के लिए मुश्किल का सबब बना।
पंजाब के लुधियाना के एक स्कूल में बारिश से टीवी और बच्चों के बचाना
सबसे कठिन काम साबित हुआ। दिल्ली और तमाम दूसरे शहरों में बच्चों को देर
तक स्कूल में रुकना पड़ा। इस वजह से माता-पिता भी इंतजार करते रहे।
दिल्ली में शाम के वक्त स्कूलों में अचानक छुट्टी होने के चलते कई जगह
ट्रैफिक जाम की समस्या भी आई।
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