न्यूयॉर्क. पांच दिवसीय अमेरिकी दौरे पर गए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वाशिंगटन जाएंगे। मोदी यहां अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात करेंगे। इससे पहले मोदी ने मैडिसन स्क्वेयर पर करीब 20 हजार लोगों को संबोधित किया।
लेकिन यहां दिए गए मोदी के भाषण की अब सोशल मीडिया पर आलोचना भी शुरू हो
गई है। मोदी ने भाषण में ज्यादातर पुरानी बातें ही दोहराईं, वहीं गांधी के
नाम के संबोधन में भी गलती कर बैठै। इन तीन कारणों से हो रही मोदी के भाषण की आलोचना...
1-मोहनदास करमचंद गांधी को कह गए मोहन लाल गांधी
भाषण में प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को मोहनदास
करमचंद गांधी के बजाय मोहन लाल गांधी कह गए। मोदी नाम में इस के गलती के
कारण सोशल मीडिया पर आलोचना के घेरे में आ गए। हालांकि, बीजेपी की एक महिला
नेता ने सोशल मीडिया पर मोदी का यह कहकर बचाव भी किया कि गांधी जी को कुछ
डॉक्युमेंट्स में 'मोहनलाल गांधी' भी लिखा गया है।
2- मोदी के 'नर्स एक्सपोर्ट करने' के एजेंडे की भी आलोचना
वरिष्ठ पत्रकार और मोदी की प्रशंसक रहीं मधु किश्वर ने मोदी के शिक्षक
और नर्स एक्सपोर्ट करने के एजेंडे की आलोचना की है। किश्वर ने ट्वीट किया,
"नरेंद्र मोदी का नर्स, टीचर्स एक्सपोर्ट करने का विचार अपरिपक्व है।
हमारे पास अपनी जरूरत पूरा करने के लिए भी टीचर्स और नर्स नहीं हैं।"
दरअसल, प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, "2020 तक दुनिया में वर्कफोर्स
की जरूरत सिर्फ भारत ही सप्लाई कर पाएगा। दुनिया को गणित, विज्ञान के
शिक्षक चाहिए, नर्स चाहिए। भारत दुनिया को इनका एक्सपोर्ट कर सकता है।"
3- भाषण की ज्यादातर बातें पुरानी
- मोदी ने मैडिसन स्क्वेयर पर दिए गए भाषण
में ज्यादातर पुरानी ही बातें बोलीं। मोदी ने कहा, "हमारे पूर्वज सांपों
से खेलते थे, हम 'माउस' के साथ खेलते हैं। हमारे युवा 'माउस' को हिलाकर
दुनिया को घूमाते हैं।" लोकसभा चुनाव में दिए भाषणों में मोदी कई बार इस
जुमले को इस्तेमाल करते रहे।
- डेमोक्रेसी, डेमोग्राफिक डिविडेंड और डिमांडः मोदी ने कहा
हमारे पास डेमोक्रेसी, डेमोग्राफिक डिविडेंड और डिमांड तीनों चीजें हैं, जो
दुनिया में किसी के पास नहीं है। यही बात मोदी ने हाल ही में दिल्ली में
'मेक इन इंडिया' कैंपेन शुरू करने के दौरान कही थी।
- दुनिया को गणित औऱ विज्ञान के शिक्षक एक्सपोर्ट करने की बात
भी मोदी ने मैडिसन स्क्वेयर पर कही। मोदी अकसर युवाओं पर केंद्रित अपने
भाषणों में इस बात को शामिल करते रहे हैं।
-मोदी मैडिसन स्क्वेयर पर भी खुद को चाय बेचने वाला बताने से
नहीं चूके। मोदी ने अपने चुनावी कैंपेन में इस बात का जमकर प्रचार किया
था।
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