सत्ता
के भूखे भेड़िये ,,धर्म के बिकाऊ लीडर ,,,तवायफ से भी बदतर बिकाऊ मिडिया
,,हमारे देश के लोगों को भूख ,,गरीबी ,,बेघर लोगों ,,भ्रष्टाचार ,,,मिलावट
खोरी ,,सटोरियों और महंगाई ,,देश की सुरक्षा के बारे में तो सोचने का वक़्त
ही नहीं देते ,,हम लोग भी इन लोगों के इस छलावे में आकर धर्म धर्म ,,मंदिर
मस्जिद ,,हिन्दू मुस्लिम ,,नफरत का खेल खेलने में अपना सारा वक़्त लगा देते
है ,,देश और देश की समस्याओं पर विचार के लिए हमारे पास वक़्त नहीं है तो
फिर क्या हम घंटा के राष्ट्रभक्त और हिन्दुस्तानी है ,,हम मतलबी है ,,देश
और देश की समस्याओ भागने वाले भगोड़े है ,,,,एक नादान बच्चे है जो सत्ता की
चाशनी पीने वालों के बहकावे में आकर सत्ता के गिरेहबान पर अपना हाथ नहीं
डालते और आपस में ही उलझे रहते है ,,,,,,,अख्तर
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