आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

01 सितंबर 2014

बीमार लिख दिया;

नब्ज़ मेरी देखी
और
बीमार लिख दिया;

रोग मेरा उसने
दोस्तों का प्यार लिख दिया;

कर्ज़दार रहेंगे उम्र भर
उस हक़ीम के;

जिसने दवा में
दोस्तों का साथ लिख दिया।.sanjay

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...