फोटो: चारपाई पर पड़ा डॉ. हरेंद्र का शव और पास खड़ा भाई हरीश कुमार।
मेरठ. मेरठ में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बीते
करीब एक महीने से एक शख्स अपने बड़े भाई की लाश के साथ बंद कमरे में रह रहा
था। मकान के अंदर से बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस
मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर घर के अंदर घुसी। एक कमरे में चारपाई पर
बुरी तरह सड़ा-गला शव पड़ा था। बगल में ही उसका दूसरा भाई रह रहा था। पुलिस
ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक एक डॉक्टर था।
वह और उसका भाई, दोनों मानसिक रूप से बीमार बताए जा रहे हैं।
घटना मेरठ के शास्त्रीनगर इलाके की है। इस पॉश कालोनी के बी-163 में
डॉ. हरेंद्र कुमार और उनका छोटा भाई हरीश कुमार रहते थे। आसपास के लोगों के
मुताबिक, पड़ोस में भी वे किसी से नहीं मिलते थे। शनिवार की देर शाम पड़ोस
में ही रहने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया। उसने बताया
कि दोनों भाई एक महीने से घर से बाहर नहीं निकले हैं। मकान के अंदर से
बदबू भी आ रही है। पड़ोसी की सूचना पर मेडिकल थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
मकान के मेन गेट पर अंदर से ताला लगा था। पुलिस किसी तरह मकान के अंदर घुसी
तो भीतर के कमरों में भी अंदर से ताला लगा था। पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर
घुसी। अंदर कमरे में चारपाई पर सड़ी गली हालत में डॉ. हरेंद्र (55) की लाश
पड़ी थी।
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