(पूर्वी यूक्रेन में कथित मिसाइल हमले में मार गिराए गए मलेशियाई विमान का मलबा।)
कीव/कुआलालंपुर। पूर्वी यूक्रेन में गुरुवार रात मलेशिया के एक
यात्री विमान पर मिसाइल हमला हुआ। इसमें 80 बच्चों समेत 295 यात्री और
चालक दल के सदस्य मारे गए। मृतकों में संजीत सिंह संधू नाम के एक भारतवंशी
भी हैं। वे मूलत: पंजाब के रहने वाले थे। यूक्रेन के गृहमंत्री का दावा है
कि हमला रूस समर्थक अलगाववादियों ने किया है। हमले से मलेशिया, रूस और
यूक्रेन समेत कई देशों में हड़कंप मच गया।
रूसी राष्ट्रपति ने फौरन ओबामा को फोन लगाकर सफाई दी कि हमले में
हमारा कोई हाथ नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने व्हाइट हाउस को
मलेशिया के संपर्क में रहने को कहा है।
ऐसा पहली बार हुआ जब आतंकियों या विद्रोहियों ने किसी यात्री विमान को निशाना बनाया। मलेशिया का यह विमान एमस्टर्डम से कुआलालंपुर जा रहा था। रूसी सीमा में दाखिल होने से पहले उस पर मिसाइल हमला हो गया। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, विमान में अमेरिका के 23, नीदरलैंड्स के 20 से 30, ब्रिटेन के 10, फ्रांस के 4 यात्रियों समेत 8 से 10 देशों के नागरिक सवार थे।
ऐसा पहली बार हुआ जब आतंकियों या विद्रोहियों ने किसी यात्री विमान को निशाना बनाया। मलेशिया का यह विमान एमस्टर्डम से कुआलालंपुर जा रहा था। रूसी सीमा में दाखिल होने से पहले उस पर मिसाइल हमला हो गया। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, विमान में अमेरिका के 23, नीदरलैंड्स के 20 से 30, ब्रिटेन के 10, फ्रांस के 4 यात्रियों समेत 8 से 10 देशों के नागरिक सवार थे।
ऐसे हुआ हादसा
विमान एमएच-17 पूर्वी यूक्रेन के इलाके में 33 हजार फीट की ऊंचाई पर था। उसे मॉस्को के समयानुसार गुरुवार शाम 5.20 बजे रूस में दाखिल होना था। रूसी सीमा से 60 किमी पहले ही मिसाइल हमला हो गया।
विमान एमएच-17 पूर्वी यूक्रेन के इलाके में 33 हजार फीट की ऊंचाई पर था। उसे मॉस्को के समयानुसार गुरुवार शाम 5.20 बजे रूस में दाखिल होना था। रूसी सीमा से 60 किमी पहले ही मिसाइल हमला हो गया।
यूक्रेन व विद्रोही एक-दूसरे पर मढ़ रहे आरोप, शक रूस पर भी
विमान पर बक (बीयूके) मिसाइल लॉन्चर से हमला किया गया है। यह मिसाइल
प्रणाली सिर्फ रूस के पास है। रूस सैनिक साजो-समान यूक्रेन के विद्रोहियों
को दे रहा है। ऐसे में घटना में विद्रोहियों का हाथ होने की आशंका है। कहा
ये भी जा रहा है कि विमान को विद्रोहियों ने यूक्रेनी वायुसेना का लड़ाकू
विमान समझकर मिसाइल दाग दी। विद्रोहियों ने बुधवार को भी यूक्रेन के दो जेट
मार गिराए थे।
चार महीने में दूसरा हादसा
इससे पहले मार्च में कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा मलेशियाई विमान गुम
हो गया था। महीनों खोज होने के बाद भी न विमान का पता चला और न ही उसमें
सवार 240 यात्रियों का। आखिरकार सभी को मृत मान लिया गया। विमान का मलबा आज
तक नहीं मिल पाया। इत्तफाक से वह विमान भी बोइंग-777 श्रेणी का ही था।
भारतीय कंपनियां यूक्रेन से उड़ान नहीं भरेंगी
पूर्वी यूक्रेन में मलेशियाई विमान हादसे के बाद भारतीय कंपनियों सहित
कई अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों ने अपने विमान यूक्रेन के ऊपर से नहीं
उड़ाने का फैसला किया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)