आपका-अख्तर खान

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04 जून 2014

ज़रूरत है हर लम्हा हर पल

हाँ मुझे
ज़रूरत है हर लम्हा हर पल
तुम्हारे साथ की
ज़िंदगी चाहे
गिनती की बची हो मेरी
सांसें बिखर रही हो चाहे मेरी
फिर भी
मेरी ख्वाहिश
मेरी आखरी ख्वाहिश
यही है
जितनी भी ज़िंदगी है
आप मेरे साथ हो
आपके पहलु में हो मेरा जिस्म
मेरे दिल में आप हो
आपकी याद हो
दम निकले जब मेरा
में और आप
साथ साथ हो ,,,,,,,,अख्तर

1 टिप्पणी:

  1. बेनामीजून 04, 2014 6:59 pm

    Hеy there!I just wanteԁ to ask if you еver have any
    isѕues witҺ hackers? My last blog (wordpress) was hackеd annd I
    ended up losing a few months of hard wofk dսe to
    no back up. Do you hаve any solutions to stoр hackers?

    my web site; axis bank qatar address

    जवाब देंहटाएं

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

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