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09 अप्रैल 2014

दोस्तों पुरे हिंदुस्तान में मुस्लिम इदारा क्रिएटिव सोशल फाउंडेशन उज्जैन के कारकुन भाई सरफ़राज़ कुरैशी ,,भाई नईम और उनके दोस्तों ने मिलकर एक टीम भाव से पिछली छह अप्रेल को एक अज़ीमुश्शान ऐतिहासिक मुस्लिम कुंवारे लड़के और लड़कियों के लिए कुल हिन्द तार्रूफी जलसा उज्जैन में रखा

दोस्तों पुरे हिंदुस्तान में मुस्लिम इदारा क्रिएटिव सोशल फाउंडेशन उज्जैन के कारकुन भाई सरफ़राज़ कुरैशी ,,भाई नईम और उनके दोस्तों ने मिलकर एक टीम भाव से पिछली छह अप्रेल को एक अज़ीमुश्शान ऐतिहासिक मुस्लिम कुंवारे लड़के और लड़कियों के लिए कुल हिन्द तार्रूफी जलसा उज्जैन में रखा ,,इस जलसे में हज़ारों लोग मौजूद थे ,,,,स्टेज पर सपा के पूर्व सांसद और पत्रकार नई दुनिया उर्दू जनाब शाहिद सिद्दीक़ी ,,,,जस्टिस जनाब बशीर अहमद खान ,,,क़ाज़ी इशरत अली साहब। …ख़लिक़ुर्रह्मान साहब ,,,अमीन पठान साहब ,,शादाब अहमद सिद्दीक़ी साहब मौजूद थे जबकि उज्जैन के सांसद प्रेमचंद गुड्डू सहित कई सियासी और गेर सियासी हस्तियां मौजूद थी कार्यक्रम में उज्जैन ,,मध्यपर्देश के ही नहीं बल्कि देश के दूर दराज़ के हिस्सों से सैकड़ों लोग वहाँ मौजूद थे ,,
,तालियों की गड़गड़ाहट और प्रोग्राम को करने वाली टीम के लिए कामयाबी की दुआओं के साथ लगातार लम्बे वक़त तक चले इस कार्यक्रम में लोगों के दिल से वाह वाह ही निकल रही थी ,,,,,,,कार्यक्रम में एक तरफ तो एक वकील साहब जो ग्वालियर में नई विधि महाविद्द्यालय चलाते है उन्होंने घोषणा की के क्रिएटिव सोशल फाउंडेशन उज्जैन के लोग अगर पांच पढ़ने वाले लोगों की सिफारिश करेंगे तो उनकी सिफारिश पर ऐसे बच्चों को मुफ्त विधि की डिग्री  की पढ़ाई पढ़ाने का काम होगा ,,,,,,,,एक सूफी साहब ने तो उनकी अस्सी बीघा ज़मीन में से चालीस बीघा ज़मीन और दस  लाख रूपये संस्था को समाज की बेहतरी कार्यक्रमों को संचालित करने के लिए देने की घोषणा कर दी ,,,,,,,,,,,,,खुद नै दुनिया के सम्पादक ने घोषणा की के संस्था का समाज से जुड़ाव क़ाबिले तारीफ़ है और ऐसी संस्था की कोई भी खबर कोई भी इश्तिहार वोह उनके अख़बार में मुफ्त प्रकाशित करने का वायदा करते है ,,,,,,,,,दोस्तों इतना अज़ीमुश्शान पुरे मुस्लिम समाज को एक नयी दिशा देने वाला प्रोग्राम कोई चंदा नहीं केवल अपनों से अपनों की मदद और टीम भाव से इस संस्था द्वारा अनहोनी को होनी कर दिखाया ,,लेकिन दोस्तों अफ़सोस की बात है के हज़ारों हज़ार लोगों की मोजुदगी में तालियों की गड़गड़ाहट और वाहवाही का गवाह बना यह खूबसूरत समाज सेवा का कार्यक्रम गुमनामी के अँधेरे में चला गया ,मेने उज्जैन के अख़बार देखे ,,इलेक्ट्रॉनिक मिडिया देखा ,,,फेसबुक ट्यूटर देखे ,,लेकिन अफ़सोस इस कार्यक्रम की वाहवाही तो दूर सामान्य रिपोर्टिंग भी कहीं देखने को नहीं मिली ,,,कार्यक्रम  के आयोजक तो नींव के पत्थर है वोह कंगूरा नहीं बनना चाहते ,,,,वोह सिर्फ और सिर्फ टीम भाव से बिना किसी लालच के बिना किसी प्रसिद्धि प्राप्ति की कोशिशों के कम कर रहे है ,,,लेकिन कोई भी खूबूसरत कार्यक्रम कामयाब सामाजिक हित का कार्यक्रम मिसाली कार्यक्रम अगर हो और उसकी खबर अख़बारों ,,इलेक्ट्रॉनिक मीडया से गायब हो तो ऐसा लगता है के मिडिया बेईमान ,,लापरवाह या फिर साम्प्रदायिक हो गया है उसे खबरों में जाती समाज  का भेदभाव दिख रहा है ,,,अजीब मिडिया है ,,,,बेईमान मिडिया है ,,, अपने कर्त्तव्यों से विमुख मिडिया है ,,,लेकिन कोई फ़र्क़ नहीं पढ़ता ,,भाई सरफ़राज़ और नईम भाई की टीम माशा अल्लाह ,,कॉम को जगाने ,,,इत्तिहाद क़ायम करने ,एक नयी दिशा देकर नया आधुनिक समाज बनाने की कामयाब कोशिशों में जुट गयी है और इंशा अल्लाह टेलीफोन ,,मोबाइल ,,सोशल मिडिया और माउथ पब्लिसिटी के ज़रिये ऐसे कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार कर इन काय्रक्रमों को कामयाब बनाने का सिलसिला  चलता रहेगा ,,में इस कार्यक्रम की कामयाबी का अपने साथी बंजारा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश बंजारा ,,,सुल्तानपुर पंचायत समिति के प्रधान रईस खान ,,कॉन्ट्रॅक्ट्र यूनियन के मोईनुद्दीन क़ाज़ी के साथ गवाह बना हूँ और इसीलिए मेने एक हफ्ते इस कार्यक्रम की खबरों का इंतिज़ार किया मजबूरी में यह मिली जुली तल्ख टिपण्णी मुझे मीडिया कर्मियों के खिलाफ करना पढ़ी है ,,एक  क्रिएटिव सोशल फाउंडेशन उज्जैन के कारकुनों को बधाई मुबरकाद ,,सेल्यूट ,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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