आपका-अख्तर खान

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24 मार्च 2014

बढ़ी बेरहमी से

नाज़ुक गुलाब का फूल
एक हाथ में लेकर
बढ़ी बेरहमी से
उस गुलाब को मसलते हुए
उंगलिया चलाकर वोह कहते है
गुड मॉर्निंग
सुप्रभात ,,,,,

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