नई दिल्ली. पितृत्व विवाद में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और
उत्तराखंड व यूपी के मुख्यमंत्री रहे एनडी तिवारी ने यूटर्न लिया है।
एनडी तिवारी ने रोहित शेखर को अपना बेटा मान लिया है। एनडी तिवारी,
उज्ज्वला शर्मा और रोहित शेखर ने सोमवार शाम एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनडी तिवारी ने कहा कि मैं उज्ज्वला का सम्मान करता
हूं। तिवारी ने कहा कि रोहित मेरे साथ रहें।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित लगातार मांग कर रहे थे कि आप मुझे और मेरी
मां को सम्मान दें। तिवारी ने कहा कि मेरे पास कोई संपत्ति नहीं है।
उन्होंने कहा कि रोहित से मेरा चेहरा मिलता है। रोहित ने कहा कि मैं
तिवारी का बुरा नहीं चाहता हूं। रोहित शेखर ने सबके सामने एनडी तिवारी के
पैर छुए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित के कहने पर एनडी तिवारी ने रोहित की
मां को आशीर्वाद दिया और रोहित को गले लगाया।
उत्तराधिकारी मानने पर साधी चुप्पी
एनडी तिवारी ने स्वीकार कर लिया है कि रोहित शेखर उनका बेटा है। इस
बात की पुष्टि रोहित ने भी की है। एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने रोहित
शेखर को अपना बेटा मान लिया है। गौरतलब है कि इससे पहले रोहित शेखर खुद को
तिवारी का बेटा बताते रहे हैं। अपना हक लेने के लिए रोहित कोर्ट में 6 साल
से लड़ाई लड़ रहे हैं। 89 साल के तिवारी के इनकार के कारण उन्हें डीएनए
टेस्ट तक कराना पड़ा था। इस टेस्ट में भी इस बात की पुष्टि हुई थी कि 34
वर्षीय रोहित उनका बेटा है।
एनडीटीवी के मुताबिक रविवार की रात एनडी तिवारी ने रोहित को अपने घर
बुलाया था और कहा कि वह इस लड़ाई से थक गए हैं। पितृत्व का विवाद अभी भी
दिल्ली हाईकोर्ट में चल रहा है।
रोहित ने कहा- पिता के साथ बिताना चाहता हूं समय
रोहित ने भी कहा है कि वह पिछली बातों को भूलकर अपने पिता के साथ वक्त
बिताना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में उन्हें और उनकी मां को
काफी पीड़ा हुई है। रोहित ने कहा कि पुराने जख्म भर तो नहीं सकते, लेकिन
इस फैसले से उन लोगों को भी मदद मिलेगी, जो उनकी तरह लड़ाई लड़ रहे हैं। जब
तिवारी से पूछा गया कि क्या वह भी अपने बेटे के साथ समय बिताना चाहते
हैं, तो उन्होंने भी कहा, 'हां, क्यों नहीं।'एनडी तिवारी कांग्रेस के वरिष्ठ और दिग्गज नेता रह चुके हैं। उज्जवला
शर्मा के साथ एनडी तिवारी का संपर्क 1967 में उस समय हुआ था, जब वे युवक
कांग्रेस के अध्यक्ष थे। उस समय उज्जवला युवक कांग्रेस के महिला धड़े की
संयुक्त सचिव थीं। उज्जवला, पूर्व केंद्रीय मंत्री शेर सिंह की बेटी हैं।
उनकी शादी बीपी शर्मा से हुई थी। शादी के बाद ही रोहित शेखर पैदा हुए थे।
बाद में रोहित ने दावा किया कि उनकी पैदाइश एनडी तिवारी और उज्जवला शर्मा
के रिश्तों का अंजाम है।
रोहित शेखर इस मामले को लेकर 2008 में कोर्ट में गए थे और कहा था कि
उनकी मां उज्जवला शर्मा के एनडी तिवारी से संबंध रहे थे और वे उन्हीं की
संतान हैं। साथ ही रोहित ने यह भी कहा था कि वे जानना चाहते थे कि जब वे
छोटे थे, तब तिवारी उनके बर्थडे पार्टियों में क्यों जाते थे और उनके साथ
क्यों खेलते थे।
कोर्ट ने दिया था पितृत्व टेस्ट का आदेश
2012 में दिल्ली हाई कोर्ट ने तिवारी के पितृत्व टेस्ट (डीएनए) के
आदेश दिए थे। इससे नाराज होकर तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था,
लेकिन उन्हें वहां भी निराशा ही हाथ लगी और अंत में उन्हें वह टेस्ट
कराना पड़ा।
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