आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

10 मार्च 2014

,वाह बिटिया वाह वाह सदफ अख्तर वाह

दोस्तों आज दस मार्च को मुझे मेरे माँ बाप ,,रिश्तेदार ,,नातेदारों बेड़ियों से जकड़ कर मेरी गुलामी की ज़ंजीर मेरी शरीके हयात के हवाले कर दी थी ,,,,,सर्कस का एक शेर ट्रेनर हंटर वाली लड़की को तो आप जानते ही है खेर आप से क्या छुपा है ,,पुरे तेईस साल गुजरने पर पहली दस मार्च ऐसी थी जब मेरी बिटिया जवेरिया के ट्वेल्थ बोर्ड के पेपर चल रहे है कल उसका केमिस्ट्री का पेपर है सो कोई शोरशराबा नहीं सिर्फ ,,हैप्पी मेरिज एनिवर्सरी का दिखावा ,,कोई धूमधड़ाका नहीं कोई घूमना फिरना नहीं ,,,,,,,,,,,,,,,,लेकिन अदालत से घर आकर जब में बेठा तो मेरी छोटी बिटिया ने मुझ से पड़ोस की दूकान से लिखने के लिए पेन लाने की परमिशन मांगी ,,,और वोह पांच मिनट में वापस आ गयी ,,,,में अपने दफ्तर गया ,,ज़रूरी कामकाज निपटा कर जब घर पहुंचा तो देखा के शरीके हयात साहिबा टीवी पर बेठी है सीरियल देख रही है इधर दूसरे कमरे में बिटिया जवेरिया पढ़ रही थी ,,,मेने कपड़े चेंज किये पास के कमरे में अधेरा था रसोई में बिटिया सदफ और एक पड़ोस की उसकी दीदी प्रिंसी जो रिश्तेदार भी है मौजूद थीं मेने पूंछा तो कहा गया के इनकी गेस खत्म हो गयी इसलिए कुछ बनाना है ,,,थोड़ी देर में बिटिया मुझे ,,मेरी बढ़ी बेटी जवेरिया और शरीके हयात को बुलाने आती है ,,अँधेरे कमरे में रोशनी होती है और कमरे की सजावट देख में चोंक उठता हूँ ,,टेबल पर नाश्ता सजा है ,,, दो तीन तरह के व्यंजन है ,,चाय है ,,पानी है ,,,कोल्ड ड्रिंक्स है ,,,और हैप्पी मेरीज एनिवर्सरी के गुब्बारे के साथ धमाके वाले फुलछोड़ने वाले पठाखे है ,,केंडिल डीनर का माहोल है ,,,,,,,,ऐसी अप्रत्याशित सजावट ,,अप्रत्याशित इंतिज़ाम और खाने पीने की चीज़े सजी हुई देख मुझ से रहा न गया और मेने मेरी बिटिया को जियो मेरे लाल कहकर गले से लगा लिया ,,,,,,,,,,ऐसा लगा जेसे बिटिया ने अपना फ़र्ज़ पूरा क्या और मेरा सीना छप्पन इंच का हो गया ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,में बिटिया से शुक्रिया भी नहीं कह सकता था बस उसे गर्व से प्यार करता रहा ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,और सोचता रहा के आजकी मेरीज एनिवर्सरी जब हम बढ़ी बिटिया के वजह से बाहर जाकर नहीं मना पाये थे तो बिटिया ने घर में ही एक फाइव स्टार जैसा माहोल बनाकर हमारी एनिवर्सरी बना डाली ,मज़ेदार बात जिस प्रिंसी दीदी को में बिना कामकाज की समझता था उसने जो भी बनाया बहुत टेस्टी और मज़ेदार बनाया प्रबंधन बिटिया का और महनत प्रिंसी बिटिया का ,,,,,वाह बिटिया वाह वाह सदफ अख्तर वाह ,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...