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01 फ़रवरी 2014

यकीन था रब ने मेरे लिए भी बनाई होगी एक दुल्हन

भिलाई।  कहते हैं कि पति-पत्नी की जोड़ी ऊपर वाला बनाता है और उनका मिलन धरती पर होता है। जितेंद्र बत्रा और उन्हीं के कद की भारती यादव पर यह पंक्ति बिलकुल फिट बैठती है। अंतरजातीय होने के बाद भी शुक्रवार को दोनों परिणय सूत्र में बंध गए।
 
कद में तीन फीट तीन इंच के जितेंद्र (34 साल के)और तीन फिट की भारती (31 साल) को जीवन भर साथ निभाने वाले हमसफर की तलाश थी। आखिरकार दोनों को एक-दूजे का सहारा मिल ही गया। जितेंद्र भिलाई के स्वर्गीय आलम चंद बत्रा के सुपुत्र हैं। उत्तर गंगोत्री सुपेला के होजियारी मार्केट में उनकी कपड़े की दुकान है। 
 
भारती मध्यप्रदेश होशंगाबाद के ग्वालटोली में रहने वाले शंकरलाल यादव की सुपुत्री है। जितेंद्र चार साल पहले रक्षाबंधन पर होशंगाबाद अपनी मौसी के घर गया, तभी भारती को देखा। भारती उनकी मौसेरी बहन पूजा तलरेजा की सहेली है। घर पर उनका आना-जाना था। तब से उन्होंने भारती को अपनी जीवन संगिनी बनाने का सपना संजोए रखा था। सामाजिक बंधनों के चलते चाहकर भी वे अपने दिल की बात परिवार वालों से नहीं कह पा रहे थे। आखिर में रहा नहीं गया।

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