नई दिल्ली. बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन पर आईपीएल
फिक्सिंग केस में शिकंजा कसता नजर आ रहा है। जस्टिस मुकुल मुदगल की अगुवाई
वाली जांच समिति ने चेन्नई सुपरकिंग्स से जुड़े गुरुनाथ मयप्पन और
राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों
की जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश की है। 4000 से ज्यादा पेजों की
रिपोर्ट में यह बताया गया है कि मयप्पन टीम की खुफिया जानकारी सटोरियों को
देते थे। रिपोर्ट में कुंद्रा की भूमिका की गहन जांच की भी जरूरत बताई गई
है (इस पर कुंद्रा ने क्या प्रतिक्रिया दी है, पढें)।कमेटी
की रिपोर्ट में कहा गया है, 'श्री एमएस धोनी, श्री एन श्रीनिवासन और
इंडिया सीमेंट्स के अधिकारियों ने यही कहा कि श्री मयप्पन का चेन्नई सुपर
किंग्स से कोई लेना-देना नहीं है। वह बस एक क्रिकेट प्रेमी हैं।' लेकिन
मुदगल ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'हमने पाया कि क्रिकेट से जुड़े
ज्यादातर लोग उसे (मयप्पन को) टीम का अधिकारी ही बता रहे थे। वह नीलामी
में भी मौजूद थे। हम इसी नतीजे पर पहुंचे कि वह टीम के अधिकारी थे और टीम
के अधिकारियों को सट्टा लगाने की इजाजत नहीं है।' ऐसे में यह सवाल गहरा गया
है कि क्या धोनी ने इस मामले में सच छुपाया?
जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की है कि मयप्पन बेटिंग में लिप्त थे। खिलाड़ियों, पत्रकारों और आईपीएल
से जुड़े अधिकारियों द्वारा दिए बयानों के आधार पर बनी इस रिपोर्ट में यह
भी कहा गया है कि राजस्थान टीम के मालिकों, शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा,
की भूमिका की गहन जांच की जरूरत है।
रिपोर्ट का क्या हो सकता है असर
खत्म हो सकती हैं चेन्नई और राजस्थान की टीमें: मुदगल समिति की
रिपोर्ट चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स टीम के भविष्य पर गहरा असर
डाल सकती है। इस आधार पर अंतिम तौर पर मयप्पन और कुंद्रा दोषी पाए गए तो
दोनों टीमें आईपीएल से हट जाएंगी।
गिरफ्तार हो सकते हैं मयप्पन: रिपोर्ट के मद्देनजर कोर्ट के
आदेश पर मयप्पन की गिरफ्तारी हो सकती है, ताकि उनसे फिक्सिंग के नेटवर्क
से संबंधित और जानकारी जुटाई जा सके। साथ ही, शिल्पा, राज के बारे में भी
पूछताछ की जा सके।
नीलामी पर रोक नहीं: सुप्रीम कोर्ट ने मयप्पन पर लगे आरोपों की
पुष्टि होने के बावजूद 12 फरवरी को होने वाली खिलाड़ियों की नीलामी पर कोई
रोक नहीं लगाई। ऐसे कयास लग रहे थे कि इस जांच के कारण नीलामी पर रोक लग
सकती है।
पिछले साल सामने आया था मामला
उल्लेखनीय है कि 2013 में हुए आईपीएल-6 के दौरान राजस्थान टीम के
खिलाड़ियों द्वारा स्पॉट फिक्सिंग किए जाने का खुलासा हुआ था। जांच में
चेन्नई सुपरकिंग्स के अधिकारी व बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन के दामाद
गुरुनाथ मयप्पन का नाम सामने आया था। अक्टूबर 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने इस
केस की जांच करने के लिए समिति गठित की थी।
जांच समिति ने सीएसके के प्रमुख गुरुनाथ मयप्पन की गहन जांच की।
हालांकि, मयप्पन का नाम फिक्सिंग केस में आने के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स ने
उनकी टीम में किसी भी प्रकार की भूमिका से इनकार किया था, फिर भी मयप्पन का
टीम से जुड़ाव जगजाहिर है।
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