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30 मई 2013

कटारिया ने खोला वो राज जिसके चलते सोहराबुद्दीन मामले में आया उनका नाम



उदयपुर। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मेरी और पार्टी की नेता वसुंधरा राजे की जोड़ी से घबराकर सोहराबुद्दीन मामले में मुझे फंसाने की साजिश रची। कटारिया ने कहा कि गहलोत और कांग्रेस को यह दांव उलटा पड़ेगा, क्योंकि इसी मुद्दे पर भाजपा चुनाव जीतकर सरकार बनाएगी।  
 
सोहराबुद्दीन फर्जी एनकाउंटर मामले में मुंबई सेशन कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद कटारिया बुधवार को उदयपुर पहुंचे तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। कटारिया ने इस मौके पर कहा कि सुराज संकल्प यात्रा की सफलता से  गहलोत और कांग्रेस घबरा गए और उन्होंने यह दाव खेला।
 
कांग्रेस सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है। इसका भी जवाब मिलेगा।  कटारिया ने कहा कि चार्जशीट में ऐसा कोई तथ्य नहीं जो उन्हें आरोपी साबित कर सके। उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। जीत सच्चाई की होगी।  
 
गहलोत ने कांग्रेस नेताओं को भी नहीं छोड़ा
 
कटारिया ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने राजनीतिक विरोधियों को निबटाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। उन्होंने सीपी जोशी जैसे नेता को केंद्र में कमजोर कर दिया। बीडी कल्ला और प्रद्युमन सिंह जैसे नेताओं को हरवा दिया। गहलोत दिखते तो गांधी की तरह हैं, मगर अंदर से टेढ़ी चाल चलते हैं। महिपाल मदेरणा को भी इसलिए जेल हुई, क्योंकि वे गहलोत के विरोधी थे।

एक और खाड़ी देश में फंसे भारतीय, कुवैत पुलिस ने 1200 लोगों को किया गिरफ्तार


डूंगरपुर। खाड़ी देश कुवैत में वीजा नियमों के उल्लंघन पर कुवैत पुलिस और मिलीट्री ने संयुक्त रूप से कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने 1200 भारतीय को गिरफ्तार कर जेलों में डाल दिया है। कमरों में छुपे भारतीयों को भी बाहर निकालकर गिरफ्तार किया गया। इसमें सर्वाधिक डूंगरपुर, बांसवाड़ा, सागवाड़ा व गलियाकोट क्षेत्र के लोग है, जो कुवैत में कार्यरत हैं। 
 
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुवैत पुलिस, मिलिट्री व कमांडो टीम ने भारतीय समयानुसार शाम 4 बजे से कार्रवाई शुरू की, जो गुरुवार को सुबह 5 बजे तक जारी रही। करीब 12 घंटे तक चली इस कार्रवाई में 1200 भारतीयों को गिरफ्तार कर लिया गया।
 
कुवैत में काम कर रहे डूंगरपुर घाटी और शास्त्री कॉलोनी निवासी युवकों ने फोन पर बताया कि इस्तकलाल क्षेत्र में संयुक्त कार्रवाई के बाद गिरफ्तार भारतीयों को कुवैत में यूएन सर्कल स्थित अंडरग्राउंड जेल में रखा गया है। कैदियों से कुवैत की जेलें भर गई है।

कुरान का सन्देश

 

एमपी के 'राजा भैया' को उम्रकैद: अपनी ही नातिन को गर्भवती किया फिर कत्‍ल करने केदोषी




भोपाल। पिछले साढ़े 4 साल से सुर्खियों में रहे वसुंधरा हत्याकांड में आरोपी पूर्व विधायक और मध्यप्रदेश के बाहुबली नेताओं में शुमार अशोक वीर विक्रम सिंह उर्फ भैया राजा को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। इस मामले में तीन अन्य आरोपियों पंकज शुक्ला, भैया राजा के नौकर अभिमन्यु और ड्राइवर हल्के उर्फ भूपेंद्र को भी उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। कोर्ट ने भैया राजा की भतीजी रमती बाई और नेहा को बाल संरक्षण गृह भेजने के आदेश दिए हैं।
उल्लेखनीय है 11 दिसंबर 2009 को मिसरोद इलाके के गुडारी घाट में फैशन डिजाइनिंग की छात्रा वसुंधरा की लाश मिली थी। पुलिस ने इस मामले में 18 मार्च 2010 को जिला अदालत में चालान पेश किया था। वसुंधरा की मां भारती ने कोर्ट को बताया था कि उनकी बेटी पर भैया राजा की बुरी नजर थी। इसे देखते हुए उन्होंने वसुंधरा को भोपाल पढ़ने भेजा था। भैया राजा पर आरोप था कि उन्होंने वसुंधरा के साथ जबर्दस्ती संबंध बनाए और इंदौर में उसका गर्भपात भी कराया।
एडीजे संजीव कालगांवकर की कोर्ट ने सुबह 11.30 बजे ये सजा सुनाई। रिंपी उर्फ रोहिणी को साक्ष्यों के अभाव में दोष मुक्त कर दिया गया। बहुचर्चित वसुंधरा हत्याकांड में कोर्ट के फैसले के मद्देनजर गुरुवार सुबह से ही कोर्ट परिसर को छावनी बना दिया गया था। यहां हर आने जाने वाले की तलाशी ली जा रही थी। जिस कोर्ट में फैसला सुनाया जा रहा था, वहां पूरे गलियारे में किसी को नहीं जाने दिया जा रहा था। जैसे ही मजिस्ट्रेट ने भैया राजा व अन्य अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई, भैया राजा मायूस हो गए। कोर्ट रूम के बाहर बैठे उनके परिजन भी निराश हो गए। वे देर तक रोते रहे।
हालांकि जब भैया राजा कोर्ट रूम से बाहर आए तो उनके चेहरे पर शिकन नहीं दिखी। वे हाथ उठाकर अपने समर्थकों का इस्तकबाल करते देखे गए। फैसले के तुरंत बाद भैया राजा की पत्नी व भाजपा विधायक आशारानी सिंह भी कोर्ट से बाहर निकल गई। उन्होंने इस दौरान मीडिया से भी बातचीत करने से इंकार कर दिया।
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