दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति को रंगभेद के खिलाफ आवाज उठाने वाले प्रिय नेता के रूप में जाना जाता है। उनके जन्मदिन कोसंयुक्त राष्ट्र 'नेल्सन मंडेला डे' के रूप में मनाता है। इसका मकसद पूरी दुनिया में शांति, स्वतंत्रता और समानता का संदेश फैलाना है। मंडेला को 1990 में भारत सरकार ने भारत रत्न से भी सम्मानित किया था। मंडेला ऐसे दूसरे गैर भारतीय थे जिन्हें यह सम्मान मिला। उनके अतरिक्त पाकिस्तान के खान अब्दुल गफ्फार खान को भी 1987 में भारत रत्न मिला था।
कैसे बने नेल्सन?
-18 जुलाई, 1918 को कुनू गांव के थेंबु शाही परिवार में जन्म।
- मादिबा का बचपन में नाम 'रोहिल्लाहल्ला मंडेला था। जिसे बाद में एक टीचर ने स्कूल में नेल्सन कर दिया।
- 1964 में सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर रोबेन द्वीप जेल में उम्र कैद की सजा काटने के लिए भेज दिया।- 1990 में उन्हें छोड़ा गया।
- 1993 में उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिला।
-1994 में दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने।
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