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02 दिसंबर 2013

लाहौर का फव्वारा चौक अब भगत सिंह चौक होगा ?

लाहौर का फव्वारा चौक अब भगत सिंह चौक होगा ?

लाहौर। पाकिस्तान की सरकार ने इतिहास की पुस्तकों से बेशक स्वतंत्रता संघर्ष के कुछ अध्याय हटा दिए हों, लेकिन आम पाकिस्तानी नागरिकों ने भगत सिंह जैसे कई स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानी नहीं भूलाया है। पाकिस्तान के वामपंथी संगठन आवामी वर्कर्स पार्टी ने मांग की है कि जिला लाहौर जेल कम्पाउंड में स्थित फव्वारा चौक का नाम स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के नाम से किया जाए।

23 मार्च 1931 भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को इसी चौक में ब्रिटिश सरकार ने फांसी दी थी। भगत सिंह ने लाहौर में ही अपनी युवाअवस्था के दिन बिताए थे। पढ़ाई करते हुए ही भगत सिंह पहले मार्क्सवादी नेता बने और उसके बाद स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ गए थे। लाहौर शहर प्रशासन ने 2012 में दिलकशा लाहौर कमेटी बनाई थी। इस कमेटी को बनाने का उद्देश्य शहर की प्रमुख गलियों के नाम शहर से जुड़ी नामी हस्तियों के नाम करने की मांग के मामले देखना था।

वामपंथी पार्टी की सलाह के आधार पर कमेटी ने फव्वारा चौक का नाम भगत सिंह के नाम करने की सिफारिश की थी। बाद में लाहौर शहर प्रशासन ने भी इसकी मंजूरी दे दी थी। लेकिन लाहौर के धार्मिक कट्टरपंथियों ने इस फैसले का विरोध किया और फैसले के खिलाफ कोर्ट में चले गए। कट्टरपंथियों का कहना है कि इस्लामिक देश में शहर की नामचिन जगह का नाम एक सिख के नाम से नहीं होना चाहिए। हालांकि कोर्ट ने अभी इस पर रोक लगा रखी है, लेकिन वामपंथी लगातार इसकी मांग कर रहे हैं।

23 मार्च को आवामी वर्क्स पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित अन्य संगठनों ने इस चौक पर एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया था। इस प्रार्थना सभा का हाफिज सइद की पार्टी जमात उल दावा के कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किया गया था। इसके अलावा आवामी वर्क्स पार्टी ने 27 सितंबर को चौक पर भगत सिंह का जन्मदिन भी मनाया था। इस मौके पर एक अनोखी घटना यह देखने को मिली कि जिस बेकरी हाउस को 50 किलोग्राम का केस ऑर्डर किया था। उस बेकरी हाउस ने 25 किलो अतिरिक्त केक भिजवाया और बाकी केक की कीमत में भी छूट दी। इस आयोजन के वक्त करीब 200 लोग चौक पर पहुंचे थे। इनमें से कुछ लोग लाहौर से कुछ दूरी पर स्थित भगत सिंह के पैतृक गांव से भी लोग शामिल होने आए थे। आवामी वर्क्स पार्टी का कहना है कि आम पाकिस्तानी नागरिकों की ऎसी प्रतिक्रियाओं से हमारा मनोबल बढ़ता है।

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